इंदौर प्रेस क्लब में हृदय आधारित ध्यान योग कार्यक्रम आयोजित।
इंदौर : ध्यान ईश्वर तक पहुंचने का सहज, सरल और सुगम मार्ग है। यह सभी के लिए सुलभ है। ध्यान करने से मन और मस्तिष्क ही स्वस्थ नहीं रहता बल्कि हम पूरे समय तरोताजा रहते हैं। ध्यान सदियों पुरानी परम्परा है, जिसका महत्व किसी भी युग में कम नहीं हुआ है। ध्यान करने के लिए उम्र की बाध्यता नहीं है, यह किसी भी उम्र से शुरू किया जा सकता है। ध्यान के माध्यम से हम भौतिक और आध्यात्मिक जीवन में संतुलन ला सकते हैं।
यह विचार पद्मभूषण कमलेश पटेल ‘दाजी’ द्वारा स्थापित संस्था हार्टफुलनेस की वरिष्ठ प्रशिक्षक यामिनी करमरकर ने इंदौर प्रेस क्लब, अभ्यास मंडल और सेवा सुरभि के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हृदय आधारित ध्यान शिविर में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हार्टफुलनेस एक गैर सरकारी सहयोगी संस्था है। इसकी शुरुआत रामचंद्र मिशन द्वारा 75 वर्ष पूर्व की गई थी। यह संस्था 165 से ज्यादा देशों में सक्रिय है और 15 हजार प्रशिक्षकों के माध्यम से लाखों लोग लाभान्वित हो चुके हैं। हार्टफुलनेस का मुख्यालय हैदराबाद में है, जो कान्हा शांतिवन के नाम से प्रसिद्ध है। 16 सौ एकड़ में फैले इस ध्यान केंद्र में एक साथ एक लाख लोग सामूहिक रूप से ध्यान कर सकते हैं और वह भी नि:शुल्क।
उन्होंने बताया कि संस्था का इन दिनों हर दिन ध्यान, हर दिल ध्यान अभियान चल रहा है। इसका समापन विश्व योग दिवस के अवसर पर 21 जून को जबलपुर में होगा। इसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगूभाई पटेल और हार्टफुलनेस संस्था के संस्थापक पद्मभूषण कमलेश पटेल ‘दाजी’ अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत अभी तक 43 हजार गांवों के 86 लाख लोग लाभान्वित हो चुके हैं। हमारा लक्ष्य एक करोड़ लोगों को प्रशिक्षण देना है। यह प्रशिक्षण तीन दिनों का होता है, जिसमें विश्राम, ध्यान, प्राणभूति, सफाई ध्यान और आंतरिक जुड़ाव का प्रशिक्षण दिया जाता है। संस्था के मध्यप्रदेश में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम में केंद्र हैं। जहां 350 स्वयंसेवकों के माध्यम से ध्यान करवाया जाता है। मध्यप्रदेश पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, जिला जेल और केंद्रीय जेल के पुलिसकर्मी भी ध्यान शिविर से लाभान्वित हो चुके हैं।
पूर्व पुलिस अधिकारी और संस्था से जुड़े राजेश जायसवाल ने कहा कि हार्टफुलनेस हृदय आधारित ध्यान केंद्र है। जहां मानवता का मार्ग हृदय से होकर जाता है। हृदय आधारित यह ध्यान जमीन पर या कुर्सी पर बैठकर किया जाता है।
इस मौके पर रमाकांत अग्रवाल और अनुराग मूंदड़ा ने उपस्थितजनों को हार्टफुलनेस ध्यान की विधि पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से समझाई और प्रायोगिक ध्यान करवाया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में हार्टफुलनेस संस्था के प्रतिनिधि अनुराग मूंदड़ा, रमाकांत अग्रवाल, अविनाश करमरकर, यामिनी करमरकर एवं राजेश जायसवाल का स्वागत सेवा सुरभि के वरिष्ठ पदाधिकारी अनिल गोयल ने किया। कार्यक्रम का संचालन इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने किया। आभार अभ्यास मंडल के शिवाजी मोहिते ने माना।
कार्यक्रम में अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता, संस्थापक मुकुंद कुलकर्णी, मालवा चेंबर्स ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अजित सिंह नारंग, सेवा सुरभि के अध्यक्ष ओमप्रकाश नरेडा, पूर्व आईजी मदन राणे, धर्मेंद्र चौधरी, अशोक कोठारी, इंदौर प्रेस क्लब के महासचिव हेमंत शर्मा, डॉ. ओ.पी. जोशी, हरेराम वाजपेयी, अतुल सेठ, पुरुषोत्तम बाघमारे, नंदकिशोर मालानी, डॉ. पल्लवी अढाव, माहेश्वरी समाज के प्रचारमंत्री अजय सारडा, प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी, विपिन नीमा, राहुल वावीकर, कीर्ति राणा, अनिल त्यागी, किरण वाईकर, अमित जलधारी, धर्मेंद्र शुक्ला, लोकेंद्र थनवार, लक्ष्मीकांत पंडित, अर्पण जैन, प्रवीण जोशी, राजेंद्र कोपरगांवकर, प्रकाश तिवारी, मार्टिन पिंटो, सुधाकर सिंह, आशीष जोशी, उमेश शर्मा, श्याम कामले, नवीन मौर्य, शंकर मौर्य, राजकुमार वर्मा, गोपाल वर्मा, प्रवीण सावंत सहित बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी और सामाजिक संस्थाओं के गणमान्य लोग उपस्थित थे।