इंदौर : कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिए हैं कि जिले में ऐसे सभी फ्रंट लाइन और हेल्थकेयर वर्कर जिनकी अवधि बूस्टर डोज लगाने की हो चुकी है वे शीघ्र तीसरा डोज लगवाएं। बूस्टर डोज नहीं लगवाने वाले शासकीय कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि ऐसे स्कूल, जिन्होंने 15 से 17 वर्ष तक के बच्चों को टीका लगाने के लक्ष्य को पूरा नहीं किया है, उनके विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाए।
बूस्टर डोज नहीं तो वेतन नहीं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई टीएल बैठक में जिले में टीकाकरण कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए ये निर्देश जारी किए। उन्होंने विभागवार कर्मचारियों के संबंध में टीकाकरण की जानकारी ली और सख्त हिदायत दी कि सभी कर्मचारियों का बूस्टर डोज लगवाने का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। कोई भी कर्मचारी टीकाकरण से वंचित नहीं रहे। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि बूस्टर डोज के लिए ड्यू हो चुके ऐसे डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं लगाया है, उनका भी वेतन आहरित नहीं किया जाए। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि टीकाकरण, कोरोना से बचाव का सबसे कारगर माध्यम है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु चंद्र, अपर कलेक्टर पवन जैन,अभय बेडेकर, अजय देव शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।