इंदौर : हवा बंगला स्थित शिर्डी धाम सांईनाथ मन्दिर में भागवत ज्ञानयज्ञ का सिलसिला जारी है। पण्डित सुखेन्द्र दुबे यहां श्रीमद भागवत के विभिन्न प्रसंगों की व्याख्या रोचक ढंग से कर श्रद्धालुओं को भक्ति रस की धारा में भिगो रहे हैं। कृष्ण- रुक्मणि विवाह प्रसंग का वर्णन करते हुए पण्डित दुबे ने कहा कि यह प्रसंग नारी के प्रति मंगलभाव का सूचक है। चीरहरण प्रभु की वह लीला है जिसके जरिये वे हमारे अज्ञान, अहंकार और अंधकार के आवरण को हटाते हैं। ये आवरण हटाए बिना जीवात्मा का परमात्मा से मिलन संभव नहीं है।
पण्डित सुखेंद्र दुबे ने वर्तमान में विवाह संस्कार में जड़ें जमा रही दिखावे और फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों पर भी चिंता जताई।
इस दौरान कृष्ण- रुक्मणि विवाह प्रसंग धूमधाम से मनाया गया वहीं सुरजीत सिंह और मुकेश रासगाया के सुमधुर भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे।
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