इंदौर : संयुक्त मसीह मंच द्वारा प्रभु ईसा मसीह के प्रिय शिष्य संत थॉमस की 1950 वी पुण्यतिथि भारतीय मसीही दिवस के रूप में रविवार 3 जुलाई को मनाई जाएगी। इसके तहत शहर के तमाम चर्चों में विशेष प्रार्थना सभा होगी वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है।
इंदौर कैथोलिक डायोसिस के प्रवक्ता फादर बाबू जोसफ ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार को सुबह 7 से 9 बजे तक रेड चर्च, व्हाइट चर्च सहित शहर के सभी प्रमुख गिरजाघरों में संत थॉमस की स्मृति में विशेष प्रार्थना सभाएं होंगी। शाम को सेंट्राइफल स्कूल के सभागार में मुख्य पुण्य स्मरण कार्यक्रम होगा। इस दौरान संत थॉमस के जीवन पर प्रकाश डालने के साथ विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि देवी अहिल्या विवि की कुलपति डॉ. रेणु जैन होंगी। कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं को भी आमंत्रित किया गया है।
फादर जोसफ ने बताया कि प्रभु ईसा मसीह के 12 प्रेरितों में से एक संत थॉमस ने 1970 वर्ष पहले भारत में आकर ईसाई धर्म का बीजारोपण किया था। उनका कार्यक्षेत्र केरल और तमिलनाडु रहा। वर्ष 0072 में वो शहीद हो गए। वह स्थान जहां संत थॉमस शहीद हुए, अब संत थॉमस माउंट कहलाता है। ईसाई समाज वर्ष 2022 को संत थॉमस के 1950 वे स्मरणोत्सव वर्ष के रूप में मना रहा है। इसी के तहत रविवार 3 जुलाई को संत थॉमस की पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति को नमन करते हुए प्रार्थना सभा और सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे गए हैं।