भारत चिरकाल तक अखंड बना रहे इस बात को लेकर नई पीढ़ी को करें जागरूक

  
Last Updated:  August 29, 2022 " 05:30 pm"

महू: स्थानीय ग्राम कोदरिया में अखंड भारत विषय पर व्याख्यान और भारत माता की आरती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मानस रजत विहार कॉलोनी कम्युनिटी हॉल परिसर में भारत माता और गुरु जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। संघ के जिला प्रचारक निर्मल जी, जनजाति कार्य जिला टोली सदस्य मुकेश जरिया और श्री एकेडमी के डायरेक्टर राजेश पाटीदार इस दौरान अतिथि के बतौर मौजूद रहे।

मुख्य वक्ता जिला प्रचारक निर्मल जी ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत वर्ष का विभाजन लगातार समय-समय पर होता रहा है। विदेशी आक्रांताओं ने भारतीय संस्कृति और सभ्यता को मिटाने के कई प्रयास किए लेकिन भारतवर्ष की संस्कृति, सभ्यता और भारत वासियों के आत्मविश्वास को वे कभी भी डिगा नहीं पाए। इसका कारण हमारे देशवासियों में राष्ट्रभक्ति, भारतीय संस्कृति, अनेकता मे एकता, परस्पर एक दूसरे के प्रति सम्मान और भारत माता पर प्राण न्योछावर करने का जज्बा और जुनून था, जिन्होंने हर समय आक्रांताओं को मुंह तोड़ जवाब दिया l भारतवर्ष आज भी अपनी संस्कृति और सभ्यता पर अभिमान करते हुए अडिग खड़ा है l भारतवर्ष में ही भगवान श्री राम और श्रीकृष्ण का जन्म हुआ है, इसलिए भारतवर्ष को देव भूमि भी कहा जाता है l भारत के इतिहास और काल खंड का अवलोकन करते हैं तब हम पाते हैं कि समय-समय पर भारत वर्ष का विभाजन होता रहा है। वर्तमान में अफगानिस्तान, तिब्बत, भूटान, नेपाल, श्रीलंका म्यांमार आदि मुख्य रूप से पूर्व में भारत के अभिन्न अंग थे, जो आज नहीं हैं l

14 अगस्त 1947 को भी भारत का वेदना दायक विभाजन हुआ था जिसमें पाकिस्तान को भारत से अलग करके एक नया देश बना दिया गया था l आज हम सब उसी घटना को ध्यान में रखते हुए अखंड भारत के लिए एकत्रित हुए हैं। हम को अब यह प्रयास करने होंगे कि भारतवर्ष का विभाजन अब और न हो तथा हमारा भारतवर्ष अब चिरकाल तक अखंड बना रहे l हमें अपने स्तर पर जन जागरण करना होगा। कार्यक्रम में मुकेश जरिया और राजेश सुले ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता श्री एकेडमी के विद्यार्थी और ग्राम कोदरिया के गणमान्य नागरिक मुख्य रूप से उपस्थित थे l कार्यक्रम का समापन भारत माता की आरती और राष्ट्रगान के साथ हुआ l
कार्यक्रम का संचालन धर्मेंद्र राघव ने किया। आभार आर्यन कौशल ने माना।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *