इंदौर : पूरे देश के वनवासी और आदिवासी अंचलों में एक लाख दस हजार एकल स्कूलों के माध्यम से 30 लाख बच्चों को शिक्षा दे रहे एकल अभियान के तहत एकल श्री हरि मध्य भारत संभाग द्वारा प्रायोजित तथा एकल श्री हरि के इंदौर चेप्टर द्वारा आयोजित भारत दर्शन यात्रा एवं रामायण स्पर्धा का आयोजन एबी रोड स्थित माहेश्वरी मांगलिक भवन पर किया गया। इस मौके पर देवास जिले के बरोठा गांव के शहीद सैनिक जागेश्वर नागर के माता-पिता, भाई, पत्नी एवं बेटे-बेटी का सम्मान किया गया तो समूचा सभागृह भारत माता के जयघोष एवं वंदे मातरम से गूंज उठा। शहीद के परिजनों को 11 हजार की श्रद्धानिधि भी भेंट की गई।
श्री हरि सत्संग समिति के अध्यक्ष रामविलास राठी एवं सचिव सी.के. अग्रवाल ने बताया कि भारत दर्शन यात्रा और रामायण स्पर्धा गत 1 फरवरी से दिल्ली से प्रारंभ हुई है जो 5 मार्च को देश के विभिन्न हिस्सों से होते हुए दिल्ली पहुंचेगी। इसी क्रम में शनिवार को यह यात्रा सागर होते हुए इंदौर पहुंची। इस यात्रा में शामिल भागवत कथा व्यास एवं कथा आचार्यों ने देश की महिमा के साथ रामायण के पात्रों का प्रभावी वर्णन किया। भगवान राम द्वारा वनवासी उत्थान के लिए किए गए कार्यों की गाथा को मंच पर प्रस्तुत किया गया। इसी दौरान रामायण आधारित स्पर्धा में मध्य भारत संभाग के लगभग 60 व्यास कथाकारों ने भाग लिया। तीन राउंड के पश्चात दो प्रतिभागियों रतलाम की पिंकी कटारा और बुरहानपुर की जयमाला सालवे का चयन अगले राउंड के लिए किया गया। इन्हें 6-7 मार्च को दिल्ली में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिलेगा। केंद्रीय नगर संगठन प्रमुख खेमानंद सापकोटा, केंद्रीय प्रशिक्षण प्रमुख देवकीनंदन दास और केंद्रीय सह योजना प्रमुख माधव साहू के नेतृत्व में यह स्पर्धाएं संपन्न हुई।
राठी एवं अग्रवाल के अनुसार एकल हरि सत्संग समिति द्वारा पूरे देश में 72 हजार संस्कार केंद्र चलाए जा रहे हैं। अब तक 26 हजार गांवों को पूरी तरह नशामुक्त बनाया जा चुका है। लगभग 8 हजार कथा व्यास एवं आचार्य भी इस अभियान से जुड़े हैं। देश में 51 श्री हरि रथ भी चलाए जा रहे हैं जो गांव-गांव पहुंचकर वीडिया फिल्मों के माध्यम से कथा भागवत एवं धार्मिक शिक्षा का अलख जगा रहे हैं।
भारत दर्शन यात्रा में शहीद जागेश्वर के परिजनों का किया गया सम्मान
Last Updated: February 13, 2021 " 05:40 pm"
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