इंदौर : सीएम शिवराज सिंह के निर्देश के बाद माफिया के खिलाफ मध्यप्रदेश में अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को इंदौर में अंजाम दिया गया। जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में
कनाड़िया रोड स्थित अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाए गए। इस दौरान रिवाज़ गार्डन, प्रेम बंधन गार्डन और करीब 70 दुकानें ध्वस्त कर दी गई। बताया जाता है कि इस दौरान करीब 100 करोड़ रुपए कीमत की जमीनें अतिक्रमण से मुक्त कराई गई।
सीलिंग की जमीनों पर किए गए थे अवैध निर्माण।
शुक्रवार को जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में करीब 150 निगम कर्मचारियों ने जेसीबी व पोकलेन मशीनों की मदद से दो मैरेज गार्डन व 70 दुकानों को धराशायी कर दिया। भारी पुलिस बल भी इस दौरान तैनात रखा गया। निगम अधिकारियों के मुताबिक गार्डन व दुकानें सीलिंग की जमीन पर अवैध रूप से से बनाई गई थी। बताया जाता है कि यह अवैध निर्माण भू माफिया सलीम, सोहराब और यूनुस पटेल के थे। सरकारी जमीनों पर गुमटियां लगवाने और ठेले वालों से अवैध वसूली करने के आरोप भी इन लोगों पर हैं।
फर्जी निकली भवन अनुज्ञा, तत्कालीन सरपंच पर होगी एफआईआर।
नगर निगम के अपर आयुक्त, भवन अनुज्ञा संदीप सोनी ने बताया कि प्रेम बंधन और रिवाज गार्डन के अतिरिक्त यहां लगभग 70 दुकाने सीलिंग की जमीन पर अवैध कब्जा कर सलीम पटेल, यूनुस पटेल और सोहराब पटेल द्वारा निर्मित की गई थीं। इन्हें हटा दिया गया है। अपर आयुक्त सोनी ने बताया कि प्रेम बंधन गार्डन को लेकर सलीम पटेल द्वारा कनाड़िया ग्राम पंचायत की जो भवन अनुज्ञा प्रस्तुत की गई थी उस पर सिर्फ सरपंच के ही हस्ताक्षर हैं। जबकि नियमानुसार सरपंच और ग्राम सचिव दोनों के हस्ताक्षर से भवन अनुज्ञा जारी होती है। इस तरह यह भवन अनुज्ञा फर्जी पाई गई है। इसके चलते प्रेम बंधन गार्डन के सलीम पटेल के साथ ही तत्कालीन सरपंच के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।