भोपाल : मप्र के बड़े शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की कवायद बहुत पुरानी है। पहले अर्जुन सिंह और बाद में दिग्विजय सिंह ने इंदौर व भोपाल में पुलिस कमिश्नरी लागू करने की पहल की थी लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई। अब सीएम शिवराज ने भोपाल व इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने का ऐलान किया है।
कानून व्यवस्था की बढ़ती समस्याओं को देखकर लिया निर्णय।
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहतर है। पुलिस अच्छा काम कर रही है। पुलिस और प्रशासन ने मिलकर कई उपलब्धियां भी हासिल की हैं लेकिन शहरी जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।
भौगोलिक दृष्टि से भी महानगरों का विस्तार हो रहा है। ऐसे में कानून- व्यवस्था की नई समस्याएं पैदा हो रही हैं। उनके समाधान और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए हमने प्रदेश के 2 बड़े महानगरों, राजधानी भोपाल और स्वच्छ शहर इंदौर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने का फैसला किया है ताकि अपराधियों पर और बेहतर नियंत्रण किया जा सके।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी सीएम शिवराज की बात का समर्थन करते हुए इंदौर व भोपाल में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने की बात दोहराई।
आईएएस लॉबी डालेगी अड़ंगा।
बहरहाल, सीएम शिवराज और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के ऐलान के बाद ये लगभग तय माना जा रहा है कि इंदौर- भोपाल में पुलिस कमिश्नरी लागू होने जा रही है, पर जानकार अभी भी इसे लेकर आश्वस्त नहीं हैं। उनका मानना है कि जब- जब भी पुलिस कमिश्नरी लागू किए जाने की पहल की गई है, प्रदेश की ताकतवर आईएएस लॉबी ने उसमें अड़ंगा डाला है। वे नहीं चाहते कि पुलिस कमिश्नरी के नाम पर उनसे उनके अधिकार छीन लिए जाएं। दरअसल, अभी कानून- व्यवस्था से जुड़ी तमाम शक्तियां भी जिला कलेक्टर व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के पास रहती हैं लेकिन पुलिस कमिश्नरी लागू होने पर ये अधिकार इनसे छीन जाएंगे। यही कारण है कि आईएएस अधिकारी पुलिस कमिश्नरी के खिलाफ है। अब आईएएस लॉबी के तगड़े विरोध के चलते इंदौर व भोपाल में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू हो पाएगा ये देखना दिलचस्प होगा।