इंदौर : जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने रविवार को सांवेर विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न तहसीलों के कई ग्रामों का भ्रमण किया। उन्होंने दिन भर गांवों में घूमकर खेतों का निरीक्षण किया, किसानों से मिले और जहाँ फसलों की क्षति हुई है, संबंधित किसानों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि फसलों का पूरा सर्वे कराया जाएगा, जितना भी नुकसान हुआ है, उसकी क्षतिपूर्ति दिलवाई जाएगी। मंत्री सिलावट ने कहा कि शासन द्वारा किसानों की पूरी मदद की जाएगी।
मंत्री तुलसी सिलावट ने अपना भ्रमण ग्राम पिवड़ाय से शुरू किया। उन्होंने यहाँ के किसानों से मुलाक़ात की। किसानों ने बताया कि हाल की ओलावृष्टि से गेहूं की फ़सल को नुक़सान हुआ है। मंत्री सिलावट ने ग्राम कम्पेल, उण्डेल, सेमलिया, रायमल का भ्रमण भी किया। सेमलिया रायमल गाँव में किसानों की कटी हुई लहसुन की फ़सल को हुई क्षति देखकर उन्होंने अफ़सोस जताया। श्री सिलावट ने खण्डेल गुफ़ा आश्रम में दर्शन भी किए और वहाँ विराजमान महंत से आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे ग्राम सिवनी और डबल चौकी होते हुए सांवेर तहसील के नागपुर गाँव पहुँचे। नागपुर में भी ओलावृष्टि से फ़सल को नुक़सान हुआ है। भ्रमण के दौरान एसडीएम कम्पेल रवीश श्रीवास्तव, तहसीलदार पल्लवी पुराणिक और तपिश पाण्डेय भी उपस्थित थे। एसडीएम श्रीवास्तव ने बताया कि खुड़़ैल तहसील के अन्तर्गत ग्राम पिवड़ाय, कम्पेल, पेडमी, तेल्याखेड़ी, भिंगारिया, सेमल्यारायमल, उण्डेल, खराडिया तथा खण्डेल में फसलों की नुकसानी प्रथम दृष्टया आंकलित की गई है।
मोटरसाइकिल पर बैठकर खेतों तक पहुँचे मंत्री सिलावट।
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई फसलों को देखने के लिए मोटर साइकिल की भी सवारी की। ग्राम पिवड़ाय में अपना क़ाफ़िला छोड़कर वे मोटर साइकिल पर बैठे। सकरी गलियों से होते हुए वे किसानों से जाकर मिले और उनकी समस्याओं को सुना।