जरूरत से ज्यादा तबादले ठीक नहीं- लक्ष्मण सिंह

  
Last Updated:  August 2, 2019 " 06:28 pm"

इंदौर: कमलनाथ सरकार बहुत मजबूत है। किसी के इशारे पर ये सरकार गिरनेवाली नहीं है। सरकार को अभी 6 माह का समय और दिया जाना चाहिए उसके बाद उसके कामकाज का आलोचनात्मक मूल्यांकन होना चाहिए। ये कहना है वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और गुना के चाचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह का। वे इंदौर प्रेस क्लब में चाय पर चर्चा के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी जोड़- तोड़ में भरोसा नहीं करती। बीजेपी से जो दो विधायक कांग्रेस के पाले में आए हैं वे बिना किसी दबाव- प्रभाव के समर्थन दे रहे है।

कैलाशजी पर साधा निशाना।

लक्ष्मण सिंह ने बिना नाम लिए कैलाशजी पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में परिवर्तन का दौर है। बीजेपी वहां कभी सत्ता में नहीं रही इसलिए लोगों का रुझान उसकी तरफ है। कुछ नेता बेवजह इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। मप्र में हालात बिल्कुल अलग हैं। यहां 2 पार्टी सिस्टम है और जनादेश कांग्रेस को मिला है। बहुमत उसके साथ है और कमलनाथ सरकार को कोई खतरा नहीं है।

लगातार तबादले करना ठीक नहीं।

विधायक लक्ष्मण सिंह ने माना कि तबादले एक सीमा तक ही होने चाहिए। तबादलों का दौर जारी रहने से गलत संदेश जा रहा है।

पर्यवेक्षकों का चयन ठीक नहीं था।

लोकसभा चुनाव में करारी हार को लेकर दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह का कहना था कि पर्यवेक्षकों का चयन सही नहीं होने से कांग्रेस को बड़ी हार सहनी पड़ी। ऐसे लोगों को पर्यवेक्षक बना दिया गया था जिन्होंने जीवन में कभी कोई चुनाव नहीं लढ़ा।

जल्दी मिलेगा राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष।

सवालों के जवाब में लक्ष्मण सिंह ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष का मसला जल्दी ही सुलझ जाएगा। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि कांग्रेस की सरकार खेमों में बटी है। उनका कहना था कि सीएम कमलनाथ का मंत्रियों पर पूरा नियंत्रण है।
युवाओं को मिल रहा है मौका।

कमलनाथ मन्त्रिमण्डल में उनकी बजाय भतीजे जयवर्द्धन को तवज्जो दिए जाने पर लक्ष्मण सिंह का कहना था कि कांग्रेस में युवाओं को तरजीह दी जा रही है। सीनियर नेता उनको आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं।

वकीलों ने की मुलाकात।

चाय पर चर्चा के बाद वकीलों का प्रतिनिधि मंडल लक्ष्मण सिंह से मिला। उन्होंने जिला व हाइकोर्ट में सरकारी वकीलों की नियुक्ति का मुद्दा उठाया। उनका कहना था कि बीजेपी से जुड़े वकीलों की नियुक्तियां की जा रहीं हैं जबकि जो 15 साल से कांग्रेस का झंडा उठाए हुए हैं उनकी उपेक्षा की जा रही है। लक्ष्मण सिंह ने वकीलों के प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि वे उनकी बात को सीएम कमलनाथ तक पहुंचाएंगे।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *