अवैध मतांतरण और लव जिहाद के खिलाफ बनें कठोर कानून।
समान नागरिक संहिता को लागू करें केंद्र सरकार।
विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रबंध समिति और प्रन्यासी मंडल की बैठक में पारित किए गए इस आशय के प्रस्ताव।
विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने दी जानकारी।
इंदौर : मजहबी कट्टरता के खिलाफ संघर्ष छेड़ते हुए उसे परास्त करने और समग्र हिंदू समाज को स्वाभिमानी और सामर्थ्यशाली बनाने के आह्वान के साथ विहिप की केंद्रीय समिति और प्रन्यासी मंडल की बैठक सोमवार को समाप्त हुई। इस दौरान ‘जहां हिंदू वहां हम’ का संकल्प भी लिया गया।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने सोमवार को प्रेस वार्ता के जरिए यह जानकारी दी। विहिप के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र नारायण सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर व विनोद बंसल भी इस दौरान मौजूद रहे।
ये प्रस्ताव किए गए पारित।
कार्यकारी अध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने बताया कि तीन दिनों तक चली इस बैठक में मजहबी कट्टरता का हर स्तर पर मुकाबला करने, मदरसों और मिशनरीज द्वारा संचालित विद्यालयों में कट्टरवाद नहीं बल्कि विकास और सौहार्द्र पर आधारित शिक्षा की व्यवस्था की जाने, अवैध मतांतरण,मजहबी कट्टरता और लव जिहाद के खिलाफ कठोर कानून बनाने की मांग केंद्र व प्रदेश सरकारों से की गई। इसी के साथ समान नागरिक संहिता देश में लागू करने संबंधी प्रस्ताव भी बैठक में पारित किया गया।
मजहबी कट्टरता से निपटने के लिए समग्र रणनीति जरूरी।
विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि पिछले जिसतरह की मजहबी कट्टरता कन्हैया और कोल्हे की निर्मम हत्या व सिर तन से जुदा जैसे नारों के जरिए सामने आई वो बेहद चिंताजनक है। विश्व के अन्य देश भी इस मजहबी कट्टरवाद से अछूते नहीं हैं। इसलिए इसका सामना करने के लिए वैश्विक स्तर पर समग्र नीति बननी चाहिए। इस कट्टरता का बौद्धिक, सामाजिक व राजनीतिक हर स्तर पर मुकाबला करना होगा। जिहाद के नाम पर हिंसा, लूटपाट, बलात्कार, हत्या जैसे आपराधिक कृत्य अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
लव जिहाद के खिलाफ बनें कानून।
एडवोकेट आलोक कुमार ने कहा लव जिहाद के जरिए हिंदू महिलाओं को प्रेम जाल में फंसाकर उनपर अमानवीय अत्याचार करना, उन्हें धर्म बदलने के लिए मजबूर करना और इनकार करने पर क्रूरता के साथ मार देना भी मजहबी कट्टरता का ही परिणाम है । मप्र व यूपी सहित कई प्रदेशों में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनें हैं। केंद्र सरकार को भी इस मामले में कानून बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विहिप और उसके सहयोगी संगठन बजरंग दल व दुर्गा वाहिनी लव जिहाद के खिलाफ कानून के दायरे में रहकर अभियान चला रहे हैं।
छल, कपट से हो रहा अवैध मतांतरण।
विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि ईसाई मिशनरीज छल, कपट और प्रलोभन के जरिए सामाजिक विद्वेष फैलाने के साथ अवैध मतांतरण करने में जुटी हैं। विहिप इसका मुकाबला करते हुए लोगों की घर वापसी में जुटी है। पिछले दिनों हजारों मतांतरित लोगों को पुनः हिंदू धर्म में शामिल किया गया है।इसी के साथ मतांतरण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने और सरकारी योजनाओं का लाभ उनको मिले इस दिशा में भी विश्व हिंदू परिषद प्रयासरत है।
बच्चों को संस्कारवान बना रहे।
एडवोकेट आलोक कुमार के मुताबिक बच्चों के लिए बालवाड़ियां, विकास केंद्र और साप्ताहिक संसद जैसे प्रकल्प चलाकर उन्हें अपने गौरवमयी इतिहास, संस्कृति और परंपरा से अवगत कराने का काम किया जा रहा है। रामायण पर केंद्रित परीक्षा भी इस सिलसिले में आयोजित की गई थी जिसमें 10 लाख से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया था।
जहां हिंदू वहां विश्व हिंदू परिषद।
विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि विश्व के तीस देशों में हमारा संगठन काम कर रहा है। पिछले दिनों मुंबई में आयोजित अंतरराष्ट्रीय समन्वय बैठक में 24 देशों के प्रतिनिधि आए थे। इनमें योरोप के देशों के प्रतिनिधि भी शामिल थे। दुनिया के दो सौ देशों में हिन्दू लोग रहते हैं। विश्व हिंदू परिषद उन तक पहुंचकर समूचे विश्व के हिंदुओं को एकजुट करेगी। इसी के मद्देनजर हमने संकल्प लिया है, जहां हिंदू, वहां हम।
कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने प्रेस वार्ता में मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए।