इंदौर : शुक्रवार ( 1नवम्बर) को मप्र के स्थापना दिवस पर प्रदेश सरकार ने महिलाओं को अचल संपत्ति ( भूमि, भवन आदि ) में महज 1100 रुपए में सह स्वामित्व का अधिकार देने की पहल की है।
इस कानूनी प्रावधान के तहत इंदौर के रजिस्ट्रार कार्यालय में 5 अचल संपत्तियों में पत्नी या बेटियों को सह स्वामित्व प्रदान किया गया। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और अभिभाषक प्रमोद द्विवेदी ने सह स्वामित्व की कानूनी प्रक्रिया पूरी करवाकर पांचों अचल संपत्तियों के दस्तावेज रजिस्ट्रार के समक्ष प्रस्तुत किये। विधायक संजय शुक्ला, कांग्रेस के प्रदेश सचिव राजेश चौकसे, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव, शहर उपाध्यक्ष मोहन सेंगर और वरिष्ठ नेता भंवर शर्मा भी इस दौरान मौजूद रहे। श्री द्विवेदी ने अपनी नाबालिग बेटी को भी अपनी अचल संपत्ति में सह स्वामी बनाकर मिसाल कायम की।
बाद में पत्रकारों से चर्चा करते हुए विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि पत्नी और बेटियों को अचल संपत्ति में सिर्फ 11सौ रुपए में सह स्वामी बनाकर कमलनाथ सरकार ने अपने वचनपत्र का एक और वचन पूरा किया है। पहले इसके लिए लाखों रुपए स्टॉम्प ड्यूटी लगती थी। यह महिलाओं के लिए बड़ी सौगात है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश चौकसे ने कहा कि मप्र के स्थापना दिवस पर सीएम कमलनाथ ने महिलाओं को सिर्फ 11 सौ रुपए में अचल संपत्ति में हिस्सेदार बनाया है। हम इस सिलसिले को गांव- गांव तक ले जाएंगे और महिलाओं को अचल संपत्ति में सह स्वामित्व का लाभ दिलाएंगे।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कहा कि अचल संपत्ति में महिलाओं के सह स्वामित्व को लेकर कुछ अस्पष्टता थी जिसे बीती 26 अक्टूबर को सरकार ने दूर कर दिया है। सिर्फ 11सौ रुपए में महिलाओं को अचल संपत्ति में हिस्सेदारी देना कमलनाथ सरकार का बड़ा कदम है जिससे प्रदेश की करोड़ों महिलाएं लाभान्वित होंगी।
शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष मोहन सेंगर ने कहा कि अचल संपत्ति में महिलाओं को छोटा सा शुल्क चुकाकर हिस्सेदारी दी जा सकेगी। यह कमलनाथ सरकार का महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनुकरणीय पहल है।
मंत्री जीतू पटवारी ने की सीएम कमलनाथ की तारीफ।
पत्रकारों से चल रही कांग्रेसी नेताओं की चर्चा के बीच कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी भी पहुंचे। उन्होंने सिर्फ 11सौ रुपए में महिलाओं को अचल संपत्ति में सह मालिकाना हक देने के निर्णय को क्रांतिकारी कदम बताते हुए सीएम कमलनाथ को धन्यवाद दिया। वे उपस्थित महिलाओं को यह अपील करने से भी नहीं चूके कि कमलनाथ सरकार ने उनके लिए इतनी बड़ी सौगात दी है। अब वे स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस का ध्यान रखें..!
नाबालिग बेटियां बन सकेंगी हिस्सेदार।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और अभिभाषक प्रमोद द्विवेदी ने महिलाओं के सह स्वामित्व संबंधी कानूनी पहलुओं का खुलासा करते हुए कहा कि ‘बेटी है तो कल है’ के नारे को कमलनाथ सरकार ने सही मायनों में साकार किया है। सिर्फ 11सौ रुपए शुल्क देकर पत्नी और बेटियों को अब अचल संपत्ति में सह मालिकाना हक दिया जा सकता है। मप्र के स्थापना दिवस से इसकी शुरुआत हो गई है। उन्होंने बताया कि इस कानूनी प्रावधान के तहत नाबालिग बेटियों को भी सम्पत्ति का सह स्वामी बनाया जा सकता है। उन्होंने खुद अपनी 3 साल की बेटी को अपनी अचल संपत्ति में हिस्सेदार बनाया है।
नोटरी की संपत्तियों में भी मिलेगा सह स्वामित्व।
प्रमोद द्विवेदी ने एक और अहम जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर में 900 से अधिक अवैध कॉलोनियां हैं जहाँ रह रहे लोगों के पास अचल संपत्ति की केवल नोटरी है। ऐसे लोग भी महज 11सौ रुपए देकर अपनी अचल संपत्ति में पत्नी या बेटियों को सह मालिक बना सकते हैं। उन्हें इसके लिए बिजली का बिल या संपत्ति कर की रसीद सबूत के तौर पर पेश करनी होगी।
अभी भी है कानून में विसंगति।
अचल संपत्ति में सह स्वामित्व का कानूनी प्रावधान सिर्फ पत्नी और बेटियों के लिए है। माँ, बहन और बहू इसके दायरे में नहीं हैं। इस पर श्री द्विवेदी का कहना था कि जल्दी ही सीएम कमलनाथ से चर्चा कर इस विसंगति को भी दूर कर लिया जाएगा।