भोपाल : कोरोना काल में जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से नाराज प्रदेश सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कोरोना काल के चलते एस्मा भी लगा हुआ है। जूनियर डॉक्टर लगातार कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। सरकार चाहें तो कड़े कदम उठा सकती है, पर वह अंतिम विकल्प होगा।
मरीज हमारी प्राथमिकता है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने कहा कि मरीजों को इलाज मिले ये हमारी प्राथमिकता है। अगर उन्हें दिक्कत होती है तो हमें कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा। हम जूनियर डॉक्टरों के साथ तालमेल बिठाकर काम करना चाहते हैं।
हड़ताल कर अपना ही नुकसान कर रहे जूनियर डॉक्टर।
मंत्री सारंग ने कहा कि जूनियर डॉक्टर हड़ताल कर अपना ही नुकसान कर रहे हैं। ये इंटर्नशिप उनके पाठ्यक्रम व प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि स्टाइपेंड कोई वेतन नहीं है। यह जूनियर डॉक्टरों को पढ़ाई के दौरान दी जाने वाली राशि है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने पुनः जूनियर डॉक्टरों से आग्रह किया है कि मरीजों के हित में वे हड़ताल खत्म कर काम पर लौट जाएं, अन्यथा मजबूर होकर सरकार को कार्रवाई करना पड़ेगी।