इंदौर : शनिवार को पदभार ग्रहण करने के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आगामी तीन माह में अपनी कार्ययोजना का खुलासा पत्रकारों के समक्ष किया। उन्होंने वे 15 बिंदु गिनाएं जिनपर आनेवाले तीन माह में प्राथमिकता से कार्य किए जाना है। उन्होंने स्वच्छता का सिक्सर लगाने को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि इसके लिए सिस्टम को और बेहतर बनाया जाएगा।
ये हैं आगामी तीन माह की प्राथमिकताएं :-
स्मार्ट सिटी : राजवाड़ा, गोपाल मंदिर, मल्हारराव होलकर और बोलिया सरकार की छतरियों का पूर्ण करेंगे जीर्णोद्धार।
40 करोड़ की लागत से बड़ा गणपति से कृष्णपुरा पुल तक सड़क के निर्माण कार्य को पूरा करना।
तीन करोड़ की लागत से खजराना गणेश मंदिर के प्रवेश द्वार का कार्य अंजाम तक पहुंचाना।
प्रमुख मार्ग : 400 करोड़ से अधिक राशि के निर्माणाधीन और प्रस्तावित 37 किमी लंबाई के मेजर रोड्स के निर्माण में तेजी लाना। इनमें तेजाजी नगर से भंवरकुआ, आर ई – 2, एम आर -3 एम आर 5, आर डब्ल्यू 1 आदि प्रमुख सड़कें शामिल हैं। तीन माह में उपरोक्त सभी सड़कों का तीन किमी लंबाई तक निर्माण पूरा करने का प्रयास करना।
पुल – पुलिया : हाथीपाला पुल का नवनिर्माण और तीन इमली पुल के चौड़ीकरण का कार्य अतिशीघ्र प्रारंभ करना। साउथ तोड़ा, नॉर्थ तोड़ा, बदल का भट्टा, सर्वहारा नगर गली नंबर 5 व 6, न्याय नगर, तीन इमली बस स्टैंड के पास, कनाडिया में सेवा कुंज अस्पताल के पास, आदर्श इंदिरा नगर धार रोड और तुलसी नगर मेन रोड के पुल – पुलियाओं का कार्य शीघ्रता से पूर्ण कराया जाएगा।
हॉकर्स जोन: प्रत्येक वार्ड में एक हॉकर्स जोन के संकल्प के साथ आगामी तीन माह में 15 नए हॉकर्स जोन विकसित किए जाएंगे।
विद्युत विभाग : ई ई एस एल के जरिए 80 हजार स्ट्रीट लाइट्स को एलईडी लाइट्स में बदला जाना है। अगले तीन माह में 20 हजार एलईडी लाइट्स लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
संजीवनी क्लीनिक: प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लीनिक की संकल्पना के तहत आगामी तीन माह में 15 संजीवनी क्लीनिक का निर्माण प्रारंभ कराया जाएगा।
यातायात विभाग : यातायात पुलिस के साथ समन्वय कर देवास नाका, नवलखा, भंवरकुआ आदि प्रमुख चौराहों के लेफ्ट टर्न चौड़ीकरण, रोड मार्किंग, सौंदर्यीकरण, ट्रैफिक सिग्नल का सिंकरुनाइजेशन के कार्य कराए जाएंगे।
सभी महत्वपूर्ण चौराहों पर अत्याधुनिक सिग्नल व्यवस्था के लिए इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया जाएगा।
नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर सिटी सर्विलेंस नीति लागू की जाएगी। इसके तहत सार्वजनिक स्थल, भवनों, कॉलोनियों के प्रवेश – निकासी द्वार और पार्किंग स्थानों को सीसीटीवी कैमरे से इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा।
बहुमंजिला पार्किंग : शहर की पार्किंग व्यवस्था को बेहतर बनाने हेतु मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण के साथ ही ऑफ स्ट्रीट, ऑन स्ट्रीट पार्किंग के विकास की योजनाओं पर काम किया जाएगा।
अमृत योजना : मूसाखेडी और टूटी प्रेस मयूर नगर की टंकी से वार्ड क्रमांक 51, 52 और 54 में, ग्रेटर वैशाली सिद्धिपुरम और कैट रोड स्थित पानी की टंकी से वार्ड क्रमांक 80,81 और 82 तथा मित्रबंधु नगर पानी की टंकी से वार्ड क्रमांक 39 व 41में जलापूर्ति प्रारंभ की जाएगी।
वार्ड क्रमांक 37 के तहत योजना क्रमांक 94 ई डी सेक्टर, वक्रतुंड नगर, संजीवनी नगर, मुमताज नगर, आनंदी नगर आदि कॉलोनियों में गंदे पानी के सप्लाई की समस्या के निराकरण हेतु 54 लाख रुपए की लागत से पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
अहिल्यावन : 103 अहिल्या वन विकसित कर दिए गए हैं। अगले तीन माह में 104 अविकसित उद्यानों को विकसित किया जाएगा।
भू जल संवर्धन अभियान : केंद्र सरकार द्वारा संचालित जल शक्ति अभियान के तहत भू जल संवर्धन के लिए नगरीय क्षेत्र में एक लाख संरचनाओं में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। नदी, तालाब, कुएं, बावड़ी आदि के संवर्धन व संरक्षण हेतु भी अभियान चलाया जाएगा।
वायु गुणवत्ता में सुधार : शहरी क्षेत्र में मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, यातायात विभाग, औद्योगिक संस्थाएं आदि के साथ समन्वय साध कर वायु गुणवत्ता में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।
शहरी क्षेत्र में ग्रीन कवर से ढककर निर्माण कार्य करने और निर्माण सामग्री को एक से दूसरे स्थान पर लाने, ले जाने के दौरान भी ग्रीन कवर से ढकना जरूरी किया गया है।
नगरीय क्षेत्र के सी एंड डी वेस्ट को नगर निगम द्वारा 100 टीडीपी के प्रसंस्करण प्लांट पर ले जाया जाता है। एयर क्वालिटी इंडेक्स और हरित क्षेत्र में वृद्धि के लिए ग्रीन सिटी फॉरेस्ट विकसित किए जा रहे हैं। इसके लिए सती टेकरी और टिगरिया बादशाह का चयन किया गया है, जहां शीघ्र कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
गरीबों के लिए आवास : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 15,990 एक, दो और तीन बीएचके आवासीय इकाइयों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से 6258 आवासीय इकाइयों में हितग्राहियों को शीघ्र कब्जा सौंपा जाएगा।
भिक्षुक मुक्त शहर : नो भिक्षा अभियान के तहत देश के 10 शहरों में चयनित इंदौर में भिक्षुकों का सर्वेक्षण, रेस्क्यू कर उन्हे कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा और उचित पुनर्वास कर शहर को भिक्षुक मुक्त बनाया जाएगा।
स्वच्छ भारत मिशन : स्वच्छता में देश – विदेश में इंदौर की पहचान है। पांच बार से नंबर वन आ रहे इंदौर का स्वच्छता में सिक्सर भी लगाएंगे। अभी जो सिस्टम बना हुआ है, उसे और बेहतर बनाएंगे।