मुंबई : महाराष्ट्र में आघाड़ी सरकार को जोड़तोड़ और सौदेबाजी कर गिराने के बाद बीजेपी, शिवसेना के बागी विधायकों के समर्थन से अपनी सरकार के गठन की तैयारियों में जुट गई है। बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे तमाम विधायकों को लेकर गोवा पहुंचे। वहां से वे अकेले मुंबई राज्यपाल कोश्यारी से मिलने गए। बताया जाता है की देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री होंगे। इसके अलावा शिंदे गुट के 14 विधायकों को भी मंत्री पद से नवाजा जाएगा।
इसके पूर्व फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव कर इस्तीफे का ऐलान किया। इससे पहले उन्होंने कैबिनेट बैठक में कहा था कि अगर गुरुवार को फ्लोर टेस्ट होता है तो यह उनकी आखिरी कैबिनेट मीटिंग होगी। उद्धव ठाकरे ने न सिर्फ सीएम पद से बल्कि विधानपरिषद के सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने इस दौरान कहा, ‘मेरे पास शिवसेना है। मैं नहीं चाहता कि शिवसैनिकों का खून बहे। मैं अप्रत्याशित तरीके से (सत्ता में) आया था और मैं इसी तरह से बाहर जा रहा हूं। मैं हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं, मैं यहां रहूंगा, और एक बार फिर शिवसेना भवन में बैठूंगा। मैं अपने सभी लोगों को इकट्ठा करूंगा। मैं सीएम और एमएलसी के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’
इस्तीफे के ऐलान के दौरान उद्धव ठाकरे का दर्द भी झलका। उन्होंने कहा, ‘जिस भाषा का इस्तेमाल हुआ वह अच्छा नहीं है। सभी बागी, ठाकरे परिवार को भूल गए। जिनको मैंने दिया वह सब नाराज हैं। जिन्हें कुछ नहीं दिया वह साथ में हैं।’ उद्धव ने आगे कहा, ‘एक खत पर राज्यपाल ने फैसला ले लिया। राज्यपाल को मैं धन्यवाद करता हूं। आखिर बागी विधायकों को नाराजगी किस बात की है।’
औरंगाबाद अब होगा संभाजीनगर।
उद्धव ठाकरे ने फेसबुक पर अपने संबोधन में बताया कि महाराष्ट्र कैबिनेट में औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का प्रस्ताव पास हो गया है। उन्होंने कहा, मैं संतुष्ट हूं कि हमने आधिकारिक तौर पर औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव कर दिया है। उद्धव ने बताया, ‘मैं एनसीपी और कांग्रेस के लोगों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि उन्होंने मेरा समर्थन किया।