मुम्बई: महाराष्ट्र में बीजेपी- शिवसेना के बीच फिर एक बार गठबंधन हो गया है। लोकसभा के साथ इसी साल महाराष्ट्र में होनेवाले विधानसभा चुनाव भी दोनों दल मिलकर लड़ेंगे। सोमवार शाम मुम्बई में बीजेपी-शिवसेना की साझा प्रेस वार्ता में यह ऐलान किया गया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस प्रेस वार्ता में मौजूद रहे।
बीजेपी 25, शिवसेना 23 सीटों पर लड़ेगी।
प्रेस वार्ता में जानकारी दी गई कि महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटों को लेकर दोनों दलों में सहमति बन गई है। बीजेपी 25 और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि 25 सालों से दोनों दलों का गठबंधन रहा है। जनभावना को ध्यान में रखते हुए दोनों ने फिर से साथ में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। दोनों दलों का एजेंडा भी सैध्दांतिक रूप से हिंदुत्व का रहा है।
विधानसभा चुनाव भी साथ में लड़ेंगे।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि देश और महाराष्ट्र के व्यापक हितों को देखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव भी बीजेपी- शिवसेना मिलकर लड़ेंगे। सहयोगी दलों के लिए कुछ सीटें छोड़ने के बाद शेष सीटों में से दोनों दल आधी- आधी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
मजबूरी थी साथ में आना।
बीजेपी- शिवसेना का गठबंधन 2014 के विधानसभा चुनाव में टूट गया था। दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। चुनाव के बाद सत्ता के लिए दोनों फिर साथ आये थे। हालांकि शिवसेना सत्ता में साथ रहते हुए भी बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी करती रही। पीएम नरेंद्र मोदी की भी वह लगातार आलोचना करती रही। कई बार तो सामना के जरिये उसने राहुल गांधी की तारीफ तक की थी। दोनों दलों के बीच घुली तल्खी को देखते हुए ये माना जा रहा था कि वे अब अलग-अलग ही चुनाव लड़ेंगे। हालांकि दोनों दलों को इस बात का अहसास था कि एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने से उन्हें नुकसान होगा और इसका फायदा कांग्रेस व एनसीपी उठाएंगे। उन्होंने यूपीए गठबंधन के तहत मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर ली है। हाल ही में टीवी चैनलों के सर्वे में ये बात उभरकर सामने आई थी कि बीजेपी- शिवसेना अलग- अलग लड़ें तो उनकी हर तय है। जमीनी हक़ीक़त को ध्यान में रखते हुए सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच लंबी चर्चा हुई। तमाम मुद्दों पर चर्चा के साथ गिले- शिकवे दूर कर दोनों पुनः साथ आने पर सहमत हुए। दोनों की बैठक के दौरान ही सीटों के बंटवारे का फार्मूला भी तय हो गया।
ज्यादातर सीटों पर मिल सकती है जीत।
महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना का वोट शेयर 49 फीसदी है जबकि यूपीए याने कांग्रेस- एनसीपी के वोट शेयर 42 फीसदी है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 42 से 45 सीटें बीजेपी- शिवसेना जीत सकती हैं।
आपको बता दें कि 2014 का लोकसभा चुनाव दोनों ने मिलकर लड़ा था। जिसमें बीजेपी ने 23 और शिवसेना ने 18 सीटें जीती थीं। इसतरह 48 में से 41 सीटें दोनों की झोली में आई थी।