महिला दिवस पर 13 मातृशक्तियां हुई सम्मानित।
इंदौर : श्री गीता रामेश्वर ट्रस्ट एवं विद्यासागर स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने वाली 13 मातृशक्तियों को मातृ शक्ति शिक्षा अवार्ड से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल ने कहा, महिलाएं समाज में परिवर्तन की ताकत रखती हैं। शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली माताएं समाज के हर वर्ग में परिवर्तन ला सकती हैं। यह अवॉर्ड उन महिलाओं का सम्मान है जो शिक्षा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं। हम सभी को मिलकर महिलाओं की शक्ति को पहचानना और उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए, ताकि वे अपने और समाज के लिए और अधिक योगदान दे सकें।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारी सेन्ट्रल जेल अधीक्षक श्रीमती अलका सोनकर ने कहा कि मैं जेल में अधीक्षक नहीं दीदी के रूप में पहचानी जाती हूं। मेरे कार्यों से प्रभावित होकर मुझे सभी बंदी भाई, दीदी कहकर पुकारते हैं, क्योंकि हम उन्हें अपराध की दुनिया से बाहर आकर सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं।
विद्यासागर स्कूल की प्राचार्या श्रीमती भावना पुजारी ने कहा कि आज जिन शिक्षिकाओं का सम्मान हुआ है उनमें माँ दूर्गा के नौ रूप विराजमान है।
विशेष अतिथि राशि शाह ने कहा कि इस कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाली माताओं को सम्मानित किया गया है। उनका मानना है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर मिलने चाहिए, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें और समाज में सुधार ला सकें।
मदन परमालिया ने बताया कि इस अवसर पर शिक्षाविद श्रीमती चंचल चौहान, श्रीमती स्मिता खेर, श्रीमती सरिता खरे, श्रीमती समिती मलिक, श्रीमती कुसुम त्यागी, श्रीमती सुननंदा नासिककर, श्रीमती उषा किरण हरमन, श्रीमती जयश्री नायर, श्रीमती जाह्नवी काले, श्रीमती कंचन तारे, श्रीमती रेखा चौहान एवं श्रीमती अलका सोनकर के साथ प्रसिद्ध भजन गायिका कविता यादव को भी सम्मानित किया गया।
प्रारंभ में अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया। अतिथियों का स्वागत चेतन चौधरी ने किया।
कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया। आभार श्रीमती कुसुम त्यागी ने माना।