इंदौर : श्रुति संवाद संगीत समिति, अभिनव कला समाज एवं लयशाला ललित कला समिति के संयुक्त तत्वाधान में तबला नवाज़ स्व. अरविन्द अग्निहोत्री एवं वरिष्ठ नृत्यांगना स्व. सविता गोडबोले की याद में आयोजित चार दिवसीय कार्यक्रम ‘संगीत अर्ध्य’ का आगाज़ अभिनव कला समाज सभागार में हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत रोहित अग्निहोत्री ने अपने एकल हार्मोनियम वादन से की। रागेश्री में निबद्ध मध्यलय तीनताल की बंदिश में अपने राग के माधुर्य को सहेजते हुए आलाप तानों से अपने वादन की रचनात्मकता का सजीव प्रदर्शन किया। इनके साथ तबले पर बालकृष्ण सनेचा ने सधी हुई संगत की।
कार्यक्रम के उत्तरार्ध में स्व. पं. जितेंद्र अभिषेक के शिष्य पं. सुधाकर देवले ने अपने गायन की शुरुआत राग कृष्ण कल्याण में निबद्ध विलंबित एक ताल की रचना गुण की आगरी-नागरी से की। उसके बाद द्रुत तीनताल में पग लागन आयो गुरु चरणन बंदिश की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। अंत में उन्होंने एक भजन से अपनी प्रस्तुति का समापन किया। आपके साथ तबले पर पवन सैम एवं हार्मोनियम पर डॉ. विवेक बसोड़ ने अपनी संगति से समां बाँध दिया। कार्यक्रम का संचालन विद्याधर मुले ने किया।
कार्यक्रम के द्वितीय दिन शाम 07:30 बजे कीर्ति साठे अपने समूह के साथ कत्थक नृत्य की प्रस्तुति देंगी। साथ ही ग्वालियर के सुप्रसिद्ध गायक पं. सुनील मसूरकर का गायन होगा।
कार्यक्रम का शुभारम्भ वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी एवं उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक जयंत भिसे, मराठी समाज इंदौर के सचिव चंद्रकांत पराड़कर, अभिनव कला समाज के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल, उपाध्यक्ष डॉ. पूर्वी निमगांवकार, संयुक्त प्रधानमंत्री सत्यकाम शास्त्री, कोषाध्यक्ष कमल कस्तूरी, डॉ. प्रशांत बसोड़, विश्वास पूरकर एवं आदित्य गोडबोले ने दीप प्रज्वलन कर किया। अतिथियों का स्वागत पं. सुनील मसूरकर एवं कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा किया गया। अंत में संतोष अग्निहोत्री ने आभार माना।