इंदौर : पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने शुक्रवार को इंदौर जिले के महू तहसील स्थित दशहरा मैदान में ड्राइव इन टीकाकरण के लिये ‘धन्वन्तरी‘ केन्द्र का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कलेक्टर मनीष सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष कविता पाटीदार, महू एसडीएम अभिलाष मिश्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। शुभारंभ के बाद केन्द्र पर बड़ी संख्या में कार और दुपहिया वाहनों तथा ऑटो में बैठकर आए 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों को कोविड का टीका लगाया गया।
कोई भी व्यक्ति टीकाकरण से न रहे वंचित।
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास किए जा रहे हैं कि कोरोना से बचाव के लिए अधिक से अधिक संख्या में लोगों का टीकाकरण कराया जाए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत महू क्षेत्र के शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस क्रम में स्थानीय स्तर पर युवाओं, दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों को प्रेरित करने के लिये ड्राइव इन टीकाकरण सेंटर की शुरूआत की गई है। मंत्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना से बाचव के लिए टीकाकरण ही एक मात्र सुरक्षा कवच है। इस लिए शासन-प्रशासन सतत रूप से प्रयास कर रहा है कि कोई भी व्यक्ति कोविड के टीके से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि महू ब्लॉक में ड्राइव इन टीकाकरण के अलावा लगभग 27 टीकाकरण केन्द्रों पर भी कोविड का टीका लगाया जा रहा है। मंत्री उषा ठाकुर ने ‘धन्वन्तरी‘ ड्राइव इन टीकाकरण सेंटर के शुभारंभ के बाद केन्द्र पर आमजनों की सुविधा हेतु की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि महू में बना ड्राइव- इन वैक्सिनेशन सेंटर सभी सुविधाओं से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए ये ड्राइव इन टीकाकरण अभियान बेहद उपयोगी साबित होगा। इस अभियान से टीकाकरण सेंटर्स पर होने वाली भीड़ से बचा जा सकेगा और सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन भी हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इंदौर शहर के साथ-साथ तहसील स्तर पर भी अब ड्राइव इन टीकाकरण सेंटर बनाए जा रहे है। जल्द ही नगर पंचायतों में भी ये सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि इंदौर जिले में युवाओं की जागरूकता का प्रत्यक्ष उदाहरण गुरूवार को देखने को मिला। गत दिवस 18 से 45 वर्ष के आयुवर्ग के 46 हजार 377 लोग कोविड का टीका लगवाने पहुंचे, जो प्रदेश के किसी भी जिले में एक दिन में लगवाए गए टीके की सर्वाधिक संख्या है।