माता जिजाऊ के जन्मस्थान सिंदखेड राजा की मिट्टी से भरे कलश का किया गया पूजन।
400 किमी की पदयात्रा 17 दिन में पूरी कर सिंदखेड से इंदौर लाया गया मिट्टी से भरा कलश।
इंदौर: शहर के नंदानगर क्षेत्र स्थित तीन पुलिया तिराहे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की माता जिजाऊ की आदमकद प्रतिमा लगाई गई है, जिसका अनावरण एक भव्य समारोह में रविवार 29 जनवरी को किया जाएगा। छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज भी इस दौरान मौजूद रहेंगे।
कलश में भरकर लाई गई माता जिजाऊ के जन्मस्थान की मिट्टी।
अनावरण समारोह को यादगार बनाने की तैयारियां लंबे समय से चल रहीं हैं। इसी कड़ी में इंदौर से 135 लोगों का दल स्वाति काशिद के नेतृत्व में माता जिजाऊ के जन्मस्थान सिंदखेड़ राजा महाराष्ट्र पहुंचा और वहां की पवित्र मिट्टी को एक कलश में भरकर मशाल लिए पैदल इंदौर के लिए निकल पड़ा। इसे स्वराज स्वाभिमान यात्रा नाम दिया गया था। करीब 400 किमी का सफर 17 दिन में तय करते हुए यह दल शुक्रवार को इंदौर पहुंचा। इंदौर आगमन पर दल का जोरदार ढंग से स्वागत कर अगवानी की गई। ऐतिहासिक राजवाड़ा परिसर में विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय और बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कलश का पूजन करने के साथ पदयात्रा के जरिए कलश इंदौर लेकर आए दल के सदस्यों का भी पाद पूजन किया।
गाजे बाजे के साथ निकाली गई शोभायात्रा।
राजवाड़ा से भव्य शोभायात्रा जिजाऊ चौक (तीन पुलिया) तक निकाली गई। बड़ी तादाद में मराठा समाज के लोगों ने शोभायात्रा में शिरकत की।मातृशक्ति भी सैकड़ों की संख्या में शोभायात्रा में शामिल हुई। भगवा झंडे लहराते और जय भवानी जय शिवाजी का उद्घोष करते चल रहे लोग माहौल में देशभक्ति के जज्बे को परवान चढ़ा रहे थे। ढोल – ताशा पथक की गूंज युवाओं में जोश भर रही थी। डीजे की धुन पर नृत्य कर रहे युवा और मातृशक्ति का उत्साह देखते ही बन रहा था। अखाड़ों के कलाकार मार्ग में करतब दिखाते चल रहे थे। अण्णा महाराज सहित कई साधु संत और गणमान्य नागरिक शोभायात्रा की अगुवाई कर रहे थे। मार्ग में लगे मंचों से शोभायात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। राजवाड़ा से शोभायात्रा कृष्णपुरा, शिवाजी मार्केट, चिमनबाग, जेलरोड, राजकुमार ब्रिज, मालवा मिल से होते हुए तीन पुलिया पहुंचकर समाप्त हुई।