मंदिर के प्रबंधक की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की।
इंदौर : संभागायुक्त इंदौर दीपक सिंह ने श्री गोपाल मंदिर इंदौर के प्रबंधक के.एल कौशल की सेवाएँ तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं, वहीं माफ़ी ऑफ़िसर डिप्टी कलेक्टर विनोद राठौर को भी प्रभारी पद से हटा दिया है। संभागायुक्त ने माफ़ी अधिकारी आयुक्त कार्यालय इंदौर का प्रभार विनोद राठौर के स्थान पर संयुक्त कलेक्टर कल्याणी पांडे को अतिरिक्त रूप से सौंपा है।
संभागायुक्त दीपक सिंह ने कलेक्टर इंदौर से श्री गोपाल मंदिर में विवाह समारोह आयोजित किये जाने के संबंध में जाँच के लिए भी कहा है। शासकीय परिसरों व ऐतिहासिक धरोहरों में बिना शासन की अनुमति के किसी भी तरह की गतिविधियों का संचालन प्रतिबंधित है। श्री गोपाल मंदिर व्यवस्था संबंध संचालन के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश बनाए जाने के लिए जिला स्तर से उच्च स्तरीय समिति गठन करने के निर्देश भी कलेक्टर इंदौर को संभागायुक्त द्वारा दिए गए हैं। संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा है कि उक्त समिति मंदिर संचालन संबंधी विस्तृत दिशा निर्देश does and don’t तैयार करेगी। बता दें कि करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से ऐतिहासिक गोपाल मंदिर का जीर्णोद्धार स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया गया है। एक दिन पूर्व ही मंदिर परिसर मनमाने ढंग से एक अग्रवाल परिवार को विवाह समारोह हेतु दे दिया गया। विवाह समारोह के दौरान मंदिर की पवित्रता तो भंग की ही गई। भोजन के बाद जूठन और गंदगी वहीं छोड़ दी गई। इसके चलते दूसरे दिन मंदिर के पुजारी और सफाई कर्मियों को पूरे मंदिर परिसर की सफाई करवानी पड़ी। इससे बाल गोपाल की पूजा व आरती में भी विलंब हुआ। ये घटना के संज्ञान में आने के बाद संभागायुक्त ने माफी अधिकारी को हटा दिया और मंदिर के प्रबंधक की सेवाएं समाप्त कर दी।