इंदौर : मिर्गी के अधिकांश रोगियों में विटामिन डी की कमीं के कारण हड्डियों में फ्रेक्चर और दांतों में तकलीफ जैसी शिकायतें आम हो गई है। गीता भवन हॉस्पिटल में इंदौर मिर्गी रोग विशेषज्ञ एसो. द्वारा आयोजित शिविर में यह जानकारी दी गई। शिविर में 50 से अधिक मरीजों का विटामिन डी का रक्त परीक्षण और बीएमडी टेस्ट किया गया। परीक्षण में यह तथ्य उजागर हुआ कि 90 फीसदी मरीजों में आस्थियोपिनिया नामक बीमारी के लक्षण मौजूद हैं।इस बीमारी में हड्डियों के टूटने का खतरा रहता है। हड्डियों के घनत्व में भी कमीं आ जाती है। डॉ. वी वी नाडकर्णी ने शिविर में मरीजों की जांच की और उन्हें मिर्गी की प्रतिरोधी दवाइयां और विटामिन डी की गोलियां नियमित रूप से लेने की सलाह दी। इसी के साथ सन्तुलित भोजन, नियमित व्यायाम और कैल्शियम युक्त पदार्थों का सेवन करने की भी सलाह दी गई। गीता भवन हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉ. आरके गौड़ भी इस दौरान मौजूद रहे।
मिर्गी के रोगियों में पाई जाती है विटामिन डी की कमीं
Last Updated: December 15, 2019 " 01:29 pm"
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