कुशवाह नगर चौराहा पर नुक्कड़ सभा में गरजे कैलाश विजयवर्गीय।
इंदौर : मेरे आने के बाद नशा, चंदाखोरी, उगाई, दादागिरी नही चलेगी, किसी ने भी गड़बड़ की तो मैं सुनिश्चित करूंगा कि उस व्यक्ति को कानून सख्त से सख्त सजा दे। यह बात भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं क्षेत्र क्रमांक 01 के भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने जगन्नाथ नगर मेन रोड पर नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कही। गुरुवार को काला पीपल और मांधाता विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर वापस इंदौर लौटे कैलाश विजयवर्गीय ने वार्ड 17 में रोड शो करते हुए नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। छोटा बांगडदा रोड स्थित शुभम पैलेस में कन्या पाद पूजन और महिला सम्मेलन को संबोधित करने के बाद कैलाश विजयवर्गीय का रोड शो शुरू हुआ। न्यू रामनगर में पहली नुक्कड़ सभा हुई। यहां से रोड शो बजरंगपुरा होते हुए जगन्नाथ नगर मेन रोड पहुंचा, जहा नुक्कड़ सभा आयोजित की गई। इस नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने नशा बेचने, गुंडागर्दी, अवैध वसूली और चंदाखोरी करने वालों के खिलाफ आक्रामकता दिखाते हुए कहा कि मेरे आने के बाद नशा, चंदाखोरी, उगाई, दादागिरी नही चलेगी। यदि किसी ने गड़बड़ की तो उसे सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। रोड शो करते हुए जनसंपर्क पर निकले विजयवर्गीय के रथ के साथ सैकड़ों महिलाएं चल रहीं थीं वहीं हजारों महिलाएं सड़क के दोनों ओर भी मौजूद थीं। डीजे की गाड़ी के साथ महिलाएं नाचती झूमती चल रही थीं। जगह जगह महिलाओ ने कैलाश विजयवर्गीय की आरती भी उतारी। 100 से अधिक मंचो से पुष्प वर्षा कर रोड शो का स्वागत किया गया।
कुशवाह नगर चौराहा पर मंच से नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि आपने आत्मीयता से जो स्वागत किया है, उसका कर्ज इस क्षेत्र का विकास कर के उतारूंगा। मैं किसी का भी कर्ज नई रखता। इस रोड को एमजी रोड और जवाहर मार्ग जैसा बनाएंगे, यहां का व्यापार 4 से 5 गुना बढ़ेगा। इलाके में शराब दुकान से परेशान होने की शिकायत महिलाओ ने की है। मैं वादा करता हू, विधायक बनते ही शराब दुकान यहां से हटवा दूंगा। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सनातन धर्म को खत्म कर देने वालों का साथ कांग्रेस देती है, ऐसी कांग्रेस को वोट देना पाप है। पूरे रोड शो का जगह जगह आतिशबाजी कर स्वागत किया गया। 10 बजते ही कैलाश विजयवर्गीय माइक बंद कर मंच से उतर गए, इसके साथ ही रोड शो भी खत्म कर दिया। हालांकि इसके बाद भी कुछ मंच बचे थे, जहां बड़ी संख्या में लोग कैलाश विजयवर्गीय का स्वागत करना चाहते थे। लेकिन समय पूरा होने के चलते उन्होंने मंच पर चढ़ने और माइक पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।