इंदौर : कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग के बाद कश्मीरी पंडितों के हो रहे पलायन से पूर्व सैन्य अधिकारी भी व्यथित हैं।लेफ्टिनेंट कर्नल संजय सिंह तोमर (सेवानिवृत्त) का कहना है कि मोदी सरकार की जम्मू कश्मीर को लेकर जो नीति है वह पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई है। उनका कहना है कि धारा 370 हटाने का धरातल पर कोई फायदा दिखाई नहीं दिया है। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल तोमर के मुताबिक कश्मीर समस्या की जड़ पाकिस्तान है। उसको नेस्तनाबूद कर के ही इस समस्या से निजात मिल सकती है। पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल श्री तोमर ने शनिवार को इंदौर के प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही।
पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी।
रिटायर्ड स्ट्रैटेजिक एनालिसिस्ट और वेपन एक्सपर्ट लेफ्टिनेंट कर्नल संजय सिंह तोमर का कहना है कि भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को लेकर जो नीतियां अपनाई है वह कारगर साबित नहीं हो पा रही है। कश्मीर से धारा 370 और 35a हटाने से भी कोई फायदा होता दिख नहीं रहा है। आज जो हालात कश्मीर घाटी में बन रहे हैं वह बेहद चिंतनीय हैं। हिंदुओं को टारगेट कर वहां मारा जा रहा है इसके चलते हिंदू समुदाय में दहशत फैल गई है और 1990 की तर्ज पर वहां फिर से पलायन शुरू हो गया है।
पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल तोमर के मुताबिक जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। वही सारी समस्याओं की जड़ है। जब तक पाकिस्तान को सबक नहीं सिखाया जाएगा तब तक यह समस्या बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को नेस्तनाबूद कर के ही जम्मू कश्मीर को आतंकवाद से निजात दिलाई जा सकती है।
पाकिस्तान न्यूक्लियर पावर नहीं।
पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल तोमर के मुताबिक पाकिस्तान न्यूक्लियर पावर होने का होने का केवल दिखावा करता है उसके पास असल में न्यूक्लियर बम है ही नहीं यह बात पिछले दिनों बालाकोट स्ट्राइक के बाद वायुसेना अधिकारी अभिनंदन के मामले में साबित हो चुकी है, जब 24 घंटे में ही पाकिस्तान को उन्हें छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था।
भारत 100 बार पाकिस्तान को नेस्तनाबूत कर सकता है।
लेफ्टिनेंट कर्नल रिटायर्ड संजय सिंह तोमर के मुताबिक भारत के पास इतनी ताकत है कि वह पाकिस्तान को सो दफा नेस्तनाबूद कर सकता है। भारत के पास ब्रह्मोस जैसी विनाशकारी मिसाइलें हैं जिनका प्रयोग करके पाकिस्तान को घुटनों पर लाया जा सकता है।
स्लीपर सेल के जरिए करवाए जा रहे हमले।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में जो भी अटैक हो रहे हैं वह पाकिस्तान द्वारा स्लीपर सेल के माध्यम से किए जा रहे हैं। बांग्लादेश से सटी सीमा पर स्थित असम और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी पाकिस्तान प्रायोजित स्लीपर सेल बड़ी तादाद में काम कर रहे हैं।उनकी पहचान कर उनका सफाया करना बेहद जरूरी है नही तो आने वाले समय मे देश के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है।