इंदौर: पुरानी पीढ़ी के जाने- माने पत्रकार राजेन्द्र माथुर की स्मृति में इंदौर प्रेस क्लब ने व्याख्यान का आयोजन किया। प्रेस क्लब के 57 वे स्थापना दिवस समारोह के तहत सुखलिया स्थित आनंद मोहन माथुर सभागार में रखे गए इस कार्यक्रम में ख्यात टीवी पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी को प्रमुख वक़्ता के बतौर बुलाया गया था। व्याख्यान का विषय था ” वोट, नोट और खसोट के बीच भारतीय पत्रकारिता। ”
सुभाष खंडेलवाल द्वारा विषय प्रवर्तन के बाद प्रमुख वक़्ता
पुण्य प्रसून वाजपेयी ने आंकड़ों की बाजीगरी के सहारे अपनी बात रखी। उनके निशाने पर पीएम मोदी और उनका 5 साल का कार्यकाल रहा। कांग्रेस की न्याय योजना का बचाव करते हुए उन्होंने दावा किया कि इस योजना पर खर्च होनेवाले पैसे से दुगुना पैसा कॉरपोरेट घरानों का माफ किया गया है। पीएम मोदी की विदेश यात्राओं और उनपर हुए खर्च पर भी पुण्य प्रसून ने सवाल खड़े किए। आंकड़ों के जरिये उन्होंने बीजेपी और एनडीए शासित राज्यों में गरीबों की हालत और बदतर होने का दावा किया। जनप्रतिनिधियों को मिलनेवाले वेतन- भत्ते, पेंशन और अन्य सुविधाओं पर होनेवाले खर्च पर भी उन्होंने ऐतराज जताया। उनका कहना था कि अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव से भी ज्यादा खर्च 2019 के आम चुनाव में होगा। मीडिया पर उन्होंने ज्यादा फोकस नहीं किया। केवल उसे मिलनेवाले करोड़ों के विज्ञापनों पर सवाल उठाए। उनके भाषण का सार यही था कि मोदी सरकार के कार्यकाल में अमीर- गरीब की खाई बढ़ी है, युवाओं को रोजगार नहीं मिला है और सामाजिक कल्याण की योजनाएं असफल रहीं हैं, संवैधानिक संस्थाएं खतरे में हैं और लोगों को बदलाव के लिए वोट करना चाहिए।
कार्यक्रम में राज्य सूचना आयुक्त विजय मनोहर तिवारी ने राजेन्द्र माथुर को याद करते हुए 1966 से 1969 के बीच उनके लिखे सम्पादकीय के अंश पढ़कर सुनाए। विजयजी ने कहा कि राजेन्द्र माथुर के सम्पादकीय पढ़कर उनकी धारदार लेखनी का अहसास होता है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि के प्रो. जयराम शुक्ल ने भी राजेन्द्र माथुर व उस दौर की पत्रकारिता को लेकर अपनी बात रखी।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में गोपीकृष्ण गुप्ता स्मृति रिपोर्टिंग स्पर्धा के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किये गए।
इंदौर प्रेस क्लब की ओर से अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने किया। संचालन संजय पटेल ने किया और आभार महासचिव नवनीत शुक्ला ने माना।
मोदी सरकार के कामकाज पर पुण्य प्रसून ने खड़े किए सवाल
Last Updated: April 10, 2019 " 11:03 am"
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