इंदौर: प्रयागराज में 14 जनवरी मकर संक्रांति से शुरू होने जा रहे कुम्भ की सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। गंगा- यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर होनेवाला ये कुम्भ अब तक का सबसे सुव्यवस्थित, सुनियोजित और भव्य कुम्भ होगा। देश- विदेश से करोड़ों लोग इसका हिस्सा बनेंगे। यूपी सरकार कुम्भ के आयोजन पर 4300 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वे यूपी सरकार की ओर से मप्र की जनता को कुम्भ में आने का निमंत्रण देने आए हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मप्र के सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम शिवराज सिंह को उन्होंने परिवार सहित कुम्भ में आने का न्यौता दिया है।
यूनेस्को ने विश्व धरोहर किया है घोषित
डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयासों से 450 साल के इतिहास में पहली बार कुम्भ को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है। करोड़ों श्रद्धालुओं के साथ 192 देशों का प्रतिनिधित्व भी प्रयागराज कुम्भ में होगा।
अक्षयवट के भी ले सकेंगे दर्शन
श्री मौर्य ने कहा कि कुम्भ के दौरान त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के साथ श्रद्धालु वहां किले में स्थित अक्षयवट के भी दर्शन कर सकेंगे।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
कुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी। मेला क्षेत्र में सभी बुनियादी सुविधाएं जुटाई गई हैं। बिजली, पानी सड़क के साथ परिवहन के भी समुचित साधन जुटाए जा रहे हैं। यूपी के डिप्टी सीएम ने बताया कि मेले में सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पुलिसकर्मियों की तैनाती के अलावा सीसीटीवी से भी पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भगवान महाकाल की कृपा से कुम्भ का आयोजन निर्विघ्न सम्पन्न होगा।
आपको बता दें की 6 साल में आयोजित होनेवाला कुम्भ मेला इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी से महाशिवरात्रि 4 मार्च 2019 तक चलेगा।