इंदौर : देश-विदेश में बसे उच्च शिक्षित राजपूत युवक-युवती अपने जीवनसाथी के रूप में समान शिक्षा, व्यवसाय एवं कारोबार को पहली प्राथमिकता देने के पक्षधर हैं। सात समंदर पार जाकर शिक्षा और कारोबार के बावजूद उनकी पहली पसंद भारतीय जीवनसाथी ही है। रोजगार के साथ संस्कारों को भी पहली पसंद में रखा गया है। कहीं इंजीनियर प्रत्याशी को जीवनसाथी के रूप में गृहस्थी को संभालने के साथ ही जाॅब करने वाला प्रत्याशी पसंद आया तो कहीं आईटी प्रोफेशनल को वेतन और कमाई की जगह श्रेष्ठ स्वभाव और सीधे स्वभाव वाला प्रत्याशी पसंद आया। उच्च शिक्षित प्रत्याशियों ने भी कभी फर्राटेदार अंग्रेजी तो कभी राजपूताना अंदाज में आकर संवाद कायम किया।
इस तरह के अनेक दिलचस्प संवादों के साथ अ.भा. क्षत्रिय महासभा वाकानेर के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय राजपूत युवक-युवती वैवाहिक आॅनलाइन परिचय सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में करीब 700 युवक-युवती प्रत्याशियों ने आॅनलाइन परिचय दिया। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्रसिंह तंवर, महिला अध्यक्ष सीमा राणा, उपाध्यक्ष ठा. विजयसिंह परिहार, महेंद्रसिंह सोनगरा अतिथि के रूप में शामिल हुए, जिन्होंने पहले दौर में आए प्रत्याशियों से विस्तृत जानकारी लेकर उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। अतिथियों का स्वागत संयोजक सतीशसिंह देवड़ा, विजयसिंह सोनगरा, आशुतोष शेखावत, राजबहादुर सिंह कुशवाह, दीपक राजपूत, सिद्धार्थ सिसोदिया, गोविंद सिंह परिहार आदि ने किया। संचालन महिला इकाई की जिला अध्यक्ष सुहानी सिंह ने किया। आभार जिला अध्यक्ष दुलेसिंह राठौड़ ने माना। तकनीकी सत्र का संचालन का संचालन अमित कुईया एवं आशुतोष दुबे ने किया। इस दौरान शिकागो में जा बसे मूलतः सिकंदराबाद के ठा. मनमोहन सिंह भी पालक के रूप में आए और जार्जिया में रहने वाली भारतीय परिवार की युवती को करीब 3 मिनट की चर्चा के बाद अपने बेटे के लिए पसंद कर लिया। इस तरह अनेक पालकों ने पूरे इत्मीनान से अपने बेटे-बेटियों के लिए योग्य जीवनसाथी की तलाश की।
राजपूत समाज के अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन परिचय सम्मेलन में कई प्रत्याशियों ने की योग्य जीवनसाथी की तलाश
Last Updated: January 17, 2021 " 08:02 pm"
Facebook Comments