संतगणों की मौजूदगी में किया गया भगवा ध्वज स्तंभ के निर्माण का शुभारंभ।
शहर के प्रमुख संतगण रहे उपस्थित।
इंदौर : राजेंद्र नगर स्थित प्राचीन श्रीराम मंदिर के स्वर्ण जयंती उत्सव को अविस्मरणीय और ऐतिहासिक बनाने के लिए मंदिर परिसर में 51 फीट ऊंचाई का भगवा ध्वज स्तंभ स्थापित किया जा रहा है। स्तंभ के निर्माण कार्य का शुभारंभ विधिवत पूजन के साथ शहर के प्रमुख संतगण अण्णा महाराज, बाबा साहेब तराणेकर, अमृतफले गुरुजी, सुनील शास्त्री गुरुजी, प्रवीण नाथ पानसे गुरुजी, पंडित विजय अयाचित और पार्षद प्रशांत बडवे के आतिथ्य में संपन्न हुआ । बड़ी संख्या में उपस्थित राम भक्तों ने जय जय सियाराम का घोष करते हुए संत गणों का गुलाब की पंखुड़ियां बरसाकर स्वागत किया।
भगवा ध्वज हमें सुरक्षा और दायित्व का बोध कराता है।
सदगुरु अण्णा महाराज ने इस अवसर पर उपस्थित राम भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवा ध्वज स्थापना का अर्थ धर्म की स्थापना है। भगवा हमें सुरक्षा का बोध तो कराता ही है, इस जिम्मेदारी का अहसास भी कराता है कि धर्म और कर्त्तव्य का रक्षण अब और भी अधिक जिम्मेदारी से करना है। संस्था तरुण मंच के युवा इस बात का ध्यान रखें कि हमारी सनातन संस्कृति धर्म ध्वज के समान सदैव विश्व आकाश में ऊंचाई पर रहे।
भगवा तेज और सूर्य का प्रतीक है।
बाबा साहेब तराणेकर ने भगवा शब्द के अर्थ का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि भगवा में भागवत अर्थात विष्णु भी हैं और भगवान भी। भगवा में भग का अर्थ सूर्य से भी है इसीलिए भगवा तेज और सूर्य का प्रतीक है। यही कारण है कि आकाश में ऊंचाई पर भगवा ध्वज स्थापित किया जाता है। उन्होंने बताया कि दक्षिण भारत के मंदिरों के परिसर में ध्वज स्तंभ स्थापित करने की परंपरा सदियों पुरानी है। खुशी का विषय है की अब अपने इंदौर शहर में भी यह परंपरा तरुण मंच शुरू कर रहा है।
बता दें कि श्रीराम मंदिर राजेंद्र नगर में भगवा ध्वज स्तंभ के निर्माण में आने वाला सारा खर्च संस्था के सदस्य अपनी ओर से एकत्र कर रहे हैं।
राम मंदिर स्वर्ण जयंती उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष अरुण खोंचे और तरुण मंच के सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रशांत बडवे ने आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन शैली रामपूरकर ने किया।