नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता और शैक्षणिक योग्यता पर सवाल खड़े हो गए हैं। अमेठी से निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुवलाल ने ये सवाल उठाते हुए राहुल गांधी का नामांकन रद्द करने की मांग की है।
ध्रुवलाल की ओर से उनके वकील रवि प्रकाश ने रिटर्निंग ऑफिसर से की शिकायत में दावा किया है कि राहुल गांधी ने ब्रिटिश नागरिकता ली थी इसलिए उनका नामांकन रद्द किया जाए। अपनी बात के समर्थन में उन्होंने ब्रिटेन में रजिस्टर्ड एक कंपनी के दस्तावेजों का हवाला दिया है। ध्रुवलाल ने अपने वकील के जरिये राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल खड़े किए हैं।
राहुल गांधी के वकील ने मांगा समय।
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के वकील राहुल कौशिक ने जवाब देने के लिए समय मांगा। इसपर रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें 22 अप्रैल तक का समय दिया। तबतक राहुल गांधी के नामांकन की जांच भी रोक दी गई।
राहुल गांधी जवाब दें- बीजेपी।
बीजेपी ने भी इस मुद्दे को हाथोंहाथ लेते हुए राहुल गांधी से जवाब मांगा है। बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव का कहना था कि राहुल गांधी को ये बताना चाहिए कि वे भारत के निवासी हैं या नहीं। क्या वे कभी ब्रिटेन के नागरिक थे। बैकऑप्प्स लिमिटेड नामक ब्रिटिश कम्पनी में उन्होंने 2004 में निवेश किया था ये उनके द्वारा दिये गए तत्कालीन शपथ पत्र से पता चलता है। 2005 में उसी कम्पनी की वार्षिक रिपोर्ट के दस्तावेजों में राहुल गांधी को ब्रिटेन का नागरिक दर्शाया गया है। ऐसे में राहुल गांधी को ये साफ करना चाहिए कि क्या वे उससमय ब्रिटेन के नागरिक थे, अगर ये सही है तो कानून का उल्लंघन है। यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे देश की नागरिकता ग्रहण करता है तो उसकी भारतीय नागरिकता खत्म हो जाती है। ऐसे में वह चुनाव नहीं लड़ सकता। बीजेपी नेता नरसिम्हा राव ने राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता पर उठे सवालों पर भी जवाब देने को कहा है। उनका कहना है कि राहुल गांधी ने 2004 से लेकर अभीतक के चुनाव में हर बार अपनी शैक्षणिक योग्यता अलग- अलग दर्शाई है। उन्हें ये बताना चाहिए कि आखिर उनके पास कौनसी डिग्री है।