इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने 85 वर्ष पुराने रीगल टॉकीज का अस्तित्व बचाने की पहल की है। उन्होंने संभागायुक्त को पत्र लिखकर रीगल टॉकीज का उपयोग सांस्कृतिक आयोजनों के लिए करने की मांग की है। सांसद श्री लालवानी ने जो पत्र लिखा है वो हम जस का तस यहां प्रस्तुत कर रहे हैं।
प्रति,
श्री आकाश त्रिपाठी जी ,
संभागायुक्त, इंदौर संभाग, इंदौर
विषय- रीगल टॉकीज इंदौर के स्थान पर कला एवं संस्कृति के उन्नयन हेतु ऑडिटोरियम संचालित करने बाबद।
महोदय,
पिछले दिनों इंदौर नगर निगम के द्वारा रीगल चौराहा पर स्थित रीगल टॉकीज के भवन और जमीन का कब्जा ले लिया गया है। अब इस जमीन का अन्यत्र उपयोग किए जाने के बारे में योजना तैयार करने का काम चल रहा है। इंदौर शहर के कला रसीको , संस्कृति प्रेमियों का यह मानना है कि इस स्थान का उपयोग ऑडिटोरियम के रूप में किया जाना चाहिए । वैसे भी इंदौर शहर में कला एवं संस्कृति के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए ऑडिटोरियम की बहुत ज्यादा कमी है। इस समय शहर की जनता को कार्यक्रम आयोजित करना हो तो उसे मध्य शहर में कोई बेहतर ऑडिटोरियम नहीं मिल पाता है। ऐसे में यदि रीगल टॉकीज के भवन के हाल का उपयोग ऑडिटोरियम के रूप में किया जाता है तो प्रदेश की साहित्य कला और संस्कृति की राजधानी इंदौर में कला- संस्कृति को परवान चढ़ाने में मदद मिलेगी। इस हाल में आसानी से साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हो सकेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी स्थान की तमीज ऐसी स्थिति नहीं रहेगी। उम्मीद है आप इस दिशा में विचार कर उचित पहल करेंगे।
धन्यवाद –
आपका,
शंकर लालवानी ,
सांसद
आपको बता दें कि नगर निगम ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद रीगल टॉकीज का कब्जा ले लिया था। निगम यहां टॉकीज तोड़कर अन्य कार्यों में उसका उपयोग करना चाहता है।