एमजीएम मेडिकल कॉलेज को देश का सर्वश्रेष्ठ संस्थान बनाने का प्रयास करें..

  
Last Updated:  August 7, 2023 " 09:26 pm"

दीन – दुखियों का उपचार समर्पण भाव से करें..

एमजीएम मेडिकल कॉलेज में विभाग प्रमुखों के साथ चर्चा में बोले संभागायुक्त माल सिंह।

विभाग प्रमुखों से लिया समस्याओं का जायजा।

मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों के अधीक्षक भी बैठक में रहे मौजूद।

मेडिकल कॉलेज से जुड़े नव निर्मित भवनों में कमियां पाई जाने पर जताई नाराजगी।

इंदौर : संभागायुक्त मालसिंह सोमवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज पहुँचे। उन्होंने यहाँ सभी विभागों के प्रमुखों से चर्चा की। संभागायुक्त ने कहा कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज,प्रदेश का प्रतिष्ठित मेडिकल साइंस का संस्थान है। यह देश में अव्वल बने, इस बात का प्रयास करें। संभागायुक्त मालसिंह ने कहा कि सभी एचओडी अपने-अपने विभागों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अधीन एमवाय हॉस्पिटल में मालवा- निमाड़ के दूर दराज़ के गांवों से मरीज़ उपचार के लिए आते हैं। संभागायुक्त ने कहा कि सभी डॉक्टर्स चिकित्सा के दौरान इन दीन दुखियों के चेहरे को ध्यान में रखें और उन्हें अपनत्व के भाव से उपचार प्रदान करें।

समस्याओं का भी लिया जायजा।

संभागायुक्त ने विभागाध्यक्षों से उनकी समस्याओं के बारे में जाना और कहा कि मेडिकल कॉलेज को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए जो भी आवश्यक होगा, उसे पूरा किया जाएगा। बैठक में डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित सहित सभी अधीनस्थ चिकित्सालयों के अधीक्षक और विभागाध्यक्ष मौजूद थे।

नव निर्मित भवनों में कमियां पाए जाने पर जताई नाराजगी।

संभागायुक्त ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अधीन हुए नए निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। इस दौरान पीआईयू और हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी भी उपस्थित थे। यह बात संज्ञान में आने पर कि नवनिर्मित भवनों में अनेक तरह की कमियां हैं और निर्माण संबंधी खामियां भी हैं, संभागायुक्त ने कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को टीम बनाकर इसकी जाँच करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण एजेंसियों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि वे इन कमियों को दूर करें, अन्यथा कड़ी वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। संभागायुक्त ने दो टूक कहा कि यदि गंभीर लापरवाही पाई गई तो वे एफ़आईआर कराने से भी नहीं चूकेंगे।

बैठक में संभागायुक्त ने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल सहित मेडिकल कॉलेज में विभिन्न पदों की भर्तियों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि भर्ती की प्रक्रिया में रोस्टर प्रक्रिया का अनिवार्यत: पालन किया जाए। उन्होंने बैठक में मौजूद संयुक्त आयुक्त विकास संजय सराफ से पिछली भर्तियों में रोस्टर पालन की स्थिति के बारे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। निर्माण कार्यों की समीक्षा में संभागायुक्त ने कहा कि शासन के करोड़ों रुपये की राशि इन निर्माण कार्य में लगी है अत: इनका पूरा उपयोग सुनिश्चित होना चाहिए।

अस्पतालों में वाटर लीकेज की रिपोर्ट तलब की।

बैठक में सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल सहित एमआरटीबी हॉस्पिटल में वॉटर लीकेज और शासकीय उत्कृष्ट नेत्र चिकित्सालय में फ़ायर फ़ाइटिंग टैंक में लीकेज की जानकारी आने पर उन्होंने नाराज़गी जतायी।संभागायुक्त ने सभी अस्पतालों के अधीक्षक से इस संबंध में लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

सरकारी सेवा में समर्पण का भाव जरूरी।

संभागायुक्त मालसिंह ने कहा कि शासकीय सेवा में समर्पण का भाव ज़रूरी है। उन्होंने सभी डॉक्टर्स से कहा कि वे पूरी निष्ठा के साथ अपना दायित्व निर्वहन करें। उनका पूरा सहयोग डॉक्टरों के साथ रहेगा। साथ ही संभागायुक्त ने साफ़ कहा कि उनका औचक निरीक्षण सतत जारी रहेगा। वे न केवल सुबह अपितु दोपहर और रात में भी अस्पतालों का भ्रमण आने वाले समय में करते रहेंगे।

विकसित हो फीडबैक का सिस्टम।

संभागायुक्त मालसिंह ने कहा कि एमवाय हॉस्पिटल सहित प्रत्येक चिकित्सालय में मरीज़ों और उनके अटेंडेंट से फीडबैक प्राप्त करने का सिस्टम विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे व्यवस्था में सुधार होगा और आम आदमी के मन की पीड़ा भी ज्ञात हो सकेगी। संभागायुक्त ने कहा कि एमजीएम कॉलेज में मरीज़ों के साथ आने वाले अटेंडेंट के आवास और भोजन की भी उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। बैठक में बताया गया है कि इस संबंध में इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा यहाँ एक भवन निर्मित किए जाने का प्रस्ताव है।

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