इंदौर : कोविड संक्रमण काल में जीवन रक्षक दवाओं तोशी एवं रेमडेसिविर की कालाबाजारी करनें वालों पर पुलिस का प्रहार अभियान निरंतर जारी है।
पुलिस ने अब तक 4 मामलों में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से अब तक 14 इंजेक्शन और करीबन 05 बाक्स फेबीफ्लू बरामद की गई है।
एसपी पूर्व आशुतोष बागरी ने बताया कि आरोपी गैंग की लिंक सुरत गुजरात में पकडाई नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन की फैक्ट्री से जुडी है। गुजरात पुलिस के साथ मिलकर इसकी जांच की जा रही है। पकडे गए सभी आरोपियों के विरूद्ध रासुका की कार्रवाई की जा रही है।
विजय नगर पुलिस ने जब्त किए 4 इंजेक्शन।
विजय नगर टीम को जानकारी मिली थी कि रेमडेसिविर इंजेक्शन 35 से 40 हजार रूपयें में सुनियोजित ढंग से ब्लेक मे व्हाट्सएप कॉल पर बेचे जा रहे हैं। पुलिस टीम द्वारा उक्त सूचना पर मुखबिर के माध्यम से जाल बिछाया गया। 6 – 7 मई की मध्य रात्रि में जानकारी मिली की दो व्यक्ति रेमडेसीवीर ब्लेक में मेदांता, भंडारी, अपोलो हॉस्पिटल, के आसपास ग्राहको को देने के लिए आ रहे हैं और रोबोट चौराहे पर खडे हैं। पुलिस टीम सूचना पर मौके पर पहुंची तो दो व्यक्ति एक्टिवा पर खडे दिखे जो पुलिस को देखकर भागने लगे जिन्हे घेराबंदी कर पकडा गया। तलाशी में उनके कब्जे से 04 रेमडेसीवीर इंजेक्शन मिले। उनसे बिल, डाक्टर की पर्ची तथा अन्य दस्तावेज मागने पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किया गया। पूछताछ में एक आरोपी ने अपना नाम आनंद झा पिता अशोक झा उम्र 27 साल निवासी ग्राम गंगुली थाना बनीपट्टी मधुबनी बिहार हाल पता 212 मानवता नगर कनाडिया इन्दौर का होना बताया तथा एसएनजी अस्पताल मे हाउस कीपिंग के पद पर काम करना बताया। दूसरे आरोपी ने अपना नाम महेश पिता बसंतीलाल चौहान उम्र 41 साल निवासी कृष्णा होम्स बिल्हेरी नर्मदा कालोनी जबलपुर हाल पता बी 2/4 114 पार्ट 2 नैनौसिटी लसुडिया इन्दौर बताया। आरोपी ने खुद को ड्युटी डाक्टर होना बताया।आरोपीगण का कृत्य धारा 420/188 भादवि, 3 महामारी अधिनियम 1897, 3/7 आवश्यक वस्तु अधि.1955 के तहत दंडनीय पाए जाने से उन्हें गिरफ्तार कर 04 रेमडेसीवीर, 2 मोबाइल व 01 दुपहिया वाहन जब्त किया गया।
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में जानकारी मिली कि आरोपी धीरज एवं दिनेश को रेमडेसीवीर इंजेक्शन आरोपी प्रवीण और असीम भाले द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे थे। आरोपी असीम भाले को उक्त इंजेक्शन आरोपी सुनील पिता रावेंद्र मिश्रा द्वारा सूरत, गुजरात स्थित इंजेक्शन की नकली अवैध फैक्ट्री से उपलब्ध करवाए जा रहे थे। इस सबंध मे गुजरात पुलिस के साथ मिलकर विवेचना की जा रही हैं।