रेल बजट में मध्यप्रदेश को मिला 14,738 करोड़ रुपए का आवंटन

  
Last Updated:  July 25, 2024 " 10:41 pm"

सेफ्टी, कवच, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं यात्री सुविधाओं पर रहेगा विशेष फोकस।

जबलपुर : केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिनाकं 23.07.2024 को प्रस्तुत बजट में भारतीय रेलवे के लिए किए गए प्रावधानों पर वीडियों कान्फ्रेंसिंग से चर्चा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विगत 10 वर्षों में रेलवे के विकास के लिए रणनीति में बदलाव कर अधिकाधिक निवेश पर बल दिया गया है, जिससे रेलवे में संरक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार,आधुनिकीकरण और यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। वर्ष 2024-25 में रेलवे को 2,62,200 करोड़ रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है जो अभी तक का सर्वाधिक है। रेलवे में संरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए इस बजट में 108 हजार करोड़ करोड़ रूपए का आंवटन किया गया है। रेलमंत्री ने संरक्षा को रेलवे का महत्वपूर्ण विषय बताते हुए कहा कि गत वर्ष भारतीय रेलवे ने सरंक्षा सम्बंधित मदों पर 98 हजार करोड़ रूपए का व्यय किया है।

मध्य प्रदेश को मिला 14738 करोड़ रूपये का बजट आवंटन।

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मध्य प्रदेश देश का हृदय प्रदेश है। वर्ष 2009-14 तक मध्य प्रदेश को औसत बजट मात्र 632 करोड़ रूपए प्रतिवर्ष मिलता था प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2024-25 के बजट में 14,738 करोड़ रूपए आवंटन मप्र को किया गया है जो अभी तक का सर्वाधिक बजट आवंटन है। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मध्य प्रदेश में रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास बहुत तेजी से हो रहा हैं। मध्य प्रदेश में 81 हजार करोड़ रूपए के निवेश प्रोजेक्ट्स पर कार्य चल रहा है। प्रदेश में 100 प्रतिशत रेल लाइनों का विद्युतीकरण हो गया है। 80 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में रेलवे ट्रैक पर 1062 फ्लाईओवर और रोड़ अण्डर ब्रिज का निर्माण किया गया है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने मध्य प्रदेश में रेल परियोजनाओं को पर्याप्त बजट के माध्यम से लक्षित समय में पूरा करने की बात कही। रेलवे में सुरक्षा संबंधी गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण निधि निर्धारित की गई है।

संरक्षा के बारे में बताते हुए रेलमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे पर कवच प्रणाली से संबंधित कार्यों को पूरा कर लिया गया है। आरडीएसओ द्वारा कवच 4.0 वर्जन को अंतिम रूप दिया गया है, अब इस अत्यानुधिक कवच प्रणाली को विभिन्न रेलमार्गों पर लगाए जाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होने बताया कि कवच प्रणाली को स्थापित करने में आप्टिकल फाइबर केबल बिछाने, टावर लगाने, डेटा सेन्टर स्थापित करने और आरएफआईडी डिवाइस लगाने जैसे कार्य किए जाते हैं, जिससे इसमें समय लगता है।अभी तक लगभग 3000 किलोमीटर रेलमार्ग पर कवच प्रणाली लगाई जा चुकी है।

रेल मंत्री के रेलवे बजट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पश्चिम मध्य रेल की महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय एवं अपर महाप्रबंधक आर. एस. सक्सेना भी मुख्यालय सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल जुड़े। महाप्रबंधक श्रीमती बंदोपाध्याय ने मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्यों के लिए पर्याप्त बजट प्रदान किया गया है, एवं समस्त कार्यो को तीव्र गति से पूर्ण किया जा रहा है।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *