भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि सरकारी नौकरी सभी को नहीं दी जा सकती। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए युवाओं को रोजगार के सभी विकल्प खोले जा रहे हैं। मैं बच्चों की तकलीफ जानता हूं। हम इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर काम कर रहे हैं। ग्लोबल स्किल पार्क में बच्चों को अच्छी ट्रेनिंग दी जाएगी।
पहला फोकस रोजगार है
मुख्यमंत्री श्री चौहान आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के अंतर्गत आयोजित रोजगार उत्सव कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमने कोविड-19 जैसी चुनौती से निपटने के साथ-साथ आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम किया है। हमारा पहला फोकस रोजगार पर है।
निजी क्षेत्र में बढ़ा रहे हैं रोजगार के अवसर।
सीएम ने कहा कि बिना रोज़गार के ज़िंदगी नहीं चल सकती। मेरे बच्चों, मैं तुम्हारी तकलीफ जानता हूँ। हमारी सरकार का फोकस रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने पर है। हमने पुलिस की भर्ती शुरू कर दी है। शासकीय सेवा के साथ-साथ निजी क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए हम निरंतर काम कर रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाकर ही आत्मनिर्भर प्रदेश का स्वप्न साकार होगा।
कोरोनाकाल में 4000 युवाओं को रोजगार मिला – सीएम
शासकीय नौकरी सभी को नहीं दी जा सकती। मैं मध्यप्रदेश के बेटे-बेटियों को आश्वस्त करता हूँ कि इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के कार्य निरंतर जारी रहेंगे। नर्मदा नदी का जल घर-घर तक पहुँचाया जाएगा। हम कोरोना काल से ही उद्योगों को मध्यप्रदेश में लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस अवधि में 20 कंपनियां यहां आई हैं, जिनमें प्रदेश के लगभग 4 हजार बच्चों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है।
ग्लोबल स्किल पार्क में 10000 बच्चों को ट्रेनिंग देंगे ।
शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जा रहा है। यह सिंगापुर के सहयोग से बन रहा है। इसमें शुरुआत में 6,000 और बाद में 10,000 बच्चों को ट्रेनिंग देंगे। बच्चों के हाथों में हमें हुनर देना है।
पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाने पर जोर। शिवराज।
पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाने पर हमारा जोर है। बफर में सफर जैसे प्रयासों के साथ हनुवंतिया जैसे नये पर्यटन स्थल विकसित करने पर भी हम काम कर रहे हैं।