लोकोत्सव में मनोरंजन और स्वाद के साथ लोगों के स्वास्थ्य का भी रखा जा रहा ध्यान

  
Last Updated:  December 27, 2022 " 07:56 pm"

शिल्प मेले में नजर आ रही है लोगों की रुचि।

राजस्थान का चकरी और गुजरात का गिरिया नृत्य रहे आकर्षण का केंद्र।

इंदौर : लोक संस्कृति मंच द्वारा बीती 25 दिसंबर से लालबाग परिसर में आयोजित लोकोत्सव में लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान भी रखा जा रहा है। स्वास्थ्य शिविर में अभी तक हजारों लोग अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा चुके हैं। सांसद शंकर लालवानी द्वारा प्रारंभ किए गए इस स्वास्थ्य मेले में करीब 30 डॉक्टर रोज अपनी सेवाएं दोपहर 3:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक दे रहे हैं। स्त्री रोग, चर्म रोग, दंत रोग, आंख, मनोरोग, हड्डी रोग, नाक कान गला रोग ,पैथोलॉजी आदि का परीक्षण नि:शुल्क कर रहे हैं। फिजियो थेरेपी के डॉक्टर भी यहां सेवाएं दे रहे हैं।मरीजों को दवाइयां भी नि:शुल्क दी जा रहीं हैं। जिला अस्पताल और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से संचालित इस स्वास्थ्य शिविर का प्रभार सुरेंद्र त्रिवेदी सम्हाले हुए हैं।

लोक संस्कृति मंच के संयोजक शंकर लालवानी ने बताया कि लोकोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम 31 दिसंबर तक चलेंगे वही शिल्प मेला 1 जनवरी तक रखा गया है। यह प्रतिदिन दोपहर 12:00 बजे प्रारंभ हो रहा है। स्टालों पर काफी भीड़ लग रही है। यहां आसाम का केन फर्नीचर, उत्तर प्रदेश के कालीन, लखनऊ का चिकन वर्क, कश्मीर के शॉल, जैकेट, एवं स्वेटर, छत्तीसगढ़ का लौह और पीतल शिल्प, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल का ब्रास शिल्प, हरियाणा, राजस्थान का टेराकोटा, कश्मीर, अफगानिस्तान के ड्राई फ्रूट भी मिल रहे हैं। मनोरंजन मेले में कई आकर्षक झूले लगे हुए हैं ।

फूड स्टॉल में मालवीय व्यंजनों के साथ गुजरात की ढाबेली, महाराष्ट्र का वड़ा पाव, दक्षिण भारतीय इडली सांभर सहित देश के कई व्यंजनों का स्वाद मिल रहा है।

विशाल गिद्वानी पवन शर्मा एवं कमल आहूजा ने बताया कि आज सांस्कृतिक कार्यक्रमों में राजस्थान से आए कलाकारों ने खूबसूरत चकरी नृत्य प्रस्तुत किया जिसमें लड़कियों ने लाल नीले हरे घाघरा चोली परिधान पहना हुआ था वही गुजरात दाहोद से आए हुए आदिवासी जनजाति के कलाकारों ने ढोल, कुंडी एवं थाली की थाप पर तलवार के द्वारा शानदार नृत्य किया जिसमें लाल चुनरी लड़कियों ने पहन रखी थी वही सफेद पगड़ी पहने ब्लैक एंड वाइट कपड़ों में लड़के थे। छोटा उदयपुर गुजरात से आए कलाकारों ने गिरिया नृत्य प्रस्तुत किया जो होली के अवसर पर किया जाता है पीला शर्ट धोती पगड़ी पहनकर बांसुरी की धुन पर लड़कों ने लाल ओढ़नी पहने लड़कियों के साथ सुंदर नृत्य किया वही तेलंगाना का खूबसूरत नृत्य लंबाडी लड़कियों के द्वारा किया गया। स्थानीय कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी

28 दिसंबर के कार्यक्रम प्रचार प्रसार समिति के नितिन तापड़िया ने बताया कि शिल्प मेला दोपहर 12:00 बजे से, स्वास्थ्य शिविर दोपहर 3:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक एवं सायंकाल 7:30 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे जिसमें कालबेलिया, मटकी ,बधाई आदि नृत्य होंगे।

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