इंदौर : थाना बाणगंगा पुलिस ने क्षेत्र में लावारिस घूमती हुई नाबालिग बालिका को चंद घंटों में ढूंढकर परिवार को सौंप दिया।
यह था मामला।
दिनाक 21 अप्रैल 2022 को पुलिस को बाणगंगा इलाके में उज्जैन नाके पर एक लावारिस बच्ची घूमती हुई दिखाई दी जो डरी सहमी सी थी। पूछने पर उसने अपना नाम याशिका (परिवर्तित नाम) उम्र 14 वर्ष निवासी जेलरोड महू का होना बताया।
थाना बाणगंगा की महिला उप निरीक्षक निधि मित्तल द्वारा बालिका से पूछताछ की गई। पूछताछ में बालिका ने बताया कि मामा और नानी ने डांटा था इसलिए गुस्सा होकर सुबह 9:00 बजे घर से बिना बताए निकल गई थी। घूमते हुए यहां तक आ गई और रास्ता भटक गई। बालिका से परिजनों के बारे में पता कर पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क किया।
परिजनों द्वारा बताया गया कि बच्ची सुबह से घर से बिना बताए निकली है। वे उसे सुबह से तलाश कर रहे हैं, जब कोई जानकारी नहीं मिली तो पुलिस थाना महू में बालिका के गुम होने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई।
नाबालिग के मिलने की जानकारी उसके परिवार को दी गई। नाबालिग के सुरक्षित मिलने पर परिवार ने भी राहत की सांस ली। पुलिस द्वारा काउंसलिंग में नाबालिग ने बताया कि नानी उसे अक्सर डांटती थी, इसी बात से वह नाराज थी। आज दिनांक को भी नानी ने उसे डांट दिया तो वह बिना बताए घर से निकल गई थी। परिवार ने पुलिस की सक्रियता के लिए उसे धन्यवाद दिया।