इंदौर : जून माह तक लॉकडाउन समाप्त हो जाएगा या नहीं यह अभी बताना संभव नहीं है। कोरोना संक्रमण की स्थिति उससमय क्या होगी.. वो देखने के बाद ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। ये बात कलेक्टर मनीष सिंह ने मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए कही।
जनप्रतिनिधियों के सुझावों को ध्यान में रखकर बनेगी कार्ययोजना।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि गुरुवार को जनप्रतिनिधियों के साथ कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन को लेकर सार्थक चर्चा हुई। सभी इस बात पर सहमत थे कि लॉकडाउन को बरकरार रखा जाना चाहिए।हालांकि चरणबद्ध ढंग से आर्थिक गतिविधियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अनुमति देने को लेकर कई सुझाव दिए गए, जिनका आगामी कार्ययोजना बनाते समय ध्यान रखा जाएगा।
औद्योगिक गतिविधियों को दी गई है परमिशन।
कलेक्टर के मुताबिक औद्योगिक गतिविधियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के तमाम उपाय करते हुए शुरू करने की अनुमति दी गई है।उसके असर को देखते के बाद ही आने वाले दिनों में अन्य किसी कारोबारी गतिविधि को छूट दी जा सकती है या नहीं ये तय किया जाएगा।
निगेटिव और ठीक होनेवाले मरीजों की तादाद ज्यादा है।
कलेक्टर श्री सिंह के मुताबिक मीडिया में ये तो दिखाया जाता है कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है पर ये नहीं बताया जा रहा कि निगेटिव आनेवाले सैम्पल्स कितने हैं और ठीक होनेवाले मरीजों का प्रतिशत क्या है..? अगर इन्हें भी हाइलाइट किया जाए तो लोगों में सकारात्मक संदेश जाएगा और उनका डर कम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को ठीक हो चुके मरीजों की संख्या कम करके बताया जाना चाहिए जिससे सही फिगर सामने आ सके।
बसों से भेजे गए हैं ज्यादातर श्रमिक।
कलेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक अन्य प्रदेशों से लौटे मप्र के अधिकांश श्रमिकों को बसों के माध्यम से उनके शहर/ गांव तक भिजवाया गया है। ये सिलसिला अभी जारी है। अगर किसी रुट पर जानेवाले 15 सौ से अधिक श्रमिक हों तो उनके लिए ट्रेन की व्यवस्था की जा सकती है।