इंदौर : नवलखा स्थित प्राणी संग्रहालय से पिंजरा तोड़ कर रहस्यमय तरीके से गायब तेंदुए का सघन सर्चिंग अभियान चलाने के बावजूद अभी तक पता नहीं चल सका है। बताया जाता है कि तेंदुए को वन विभाग का अमला बुरहानपुर से पकड़ कर लाया गया था। उसे रात को पिंजरे में ही रखा गया था। बारिश से तेंदुए को बचाने के लिए पिजरे को कपड़े से ढंका भी गया था।गुरुवार सुबह उसे बाड़े में शिफ्ट किया जाना था। जब कर्मचारी पिजरे के पास पहुंचे तो पिजरा खाली था। तेंदुआ उसमें से गायब था।
यह खबर फैलते ही चिड़ियाघर प्रशासन में हड़कम्प मच गया। प्रभारी सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। वन विभाग का अमला भी चिड़ियाघर पहुंचा और तेंदुए की तलाश शुरू कर दी। दिनभर तलाशी अभियान चलाया गया, स्निफर डॉग की मदद भी ली गई, बावजूद इसके तेंदुए का पता नहीं चल सका।
रास्ते में पिंजरा तोड़कर भागने की भी है संभावना।
चिड़ियाघर प्रभारी डॉ. उत्तम यादव के अनुसार वन विभाग का अमला तेंदुए के पिंजरे को रात में छोड़कर गया था। चिडियाघर के कर्मचारी जब सुबह पिंजरे के समीप तेंदुए को दूसरे पिंजरे में शिफ्ट करने पहुंचे तो पिजरा खाली था। उसकी जाली टूटी हुई थी। डॉ. यादव के मुताबिक ये भी संभव है कि तेंदुआ बुरहानपुर से रेस्क्यू कर इंदौर लाते समय रास्ते में पिंजरा तोड़ कर गया हो। हालांकि वनकर्मी इसे बात से इनकार कर रहे हैं।
बताया जाता है कि तेंदुए के दोनों पैरों में चोट है, ऐसे में उसके चिड़ियाघर से बाहर जाने की संभावना कम है। हालांकि ऐहतियात के बतौर पुलिस प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है।