वरिष्ठ नेता मोघे ने वित्तमंत्री देवड़ा से की मुलाकात, मंडी शुल्क सहित कई मुद्दों पर की चर्चा

  
Last Updated:  September 25, 2022 " 03:37 pm"

मंडी टैक्स 2 % को कम करने, दवाइयों पर टैक्स की समरूपता लाने, सभी दवाइयों को बनाने के लाइसेंस दवा उद्योगों को देने सहित अनेक विषय पर की चर्चा।

व्यापारियों के साथ इंदौर में बैठक का दिया आमंत्रण।

भोपाल : मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कृष्ण मुरारी मोघे, प्रदेश वार्ताकार जेपी मूलचंदानी व पूर्व पार्षद दिलीप शर्मा ने मुलाकात की। श्री मोघे ने वित्त मंत्री से चर्चा के दौरान मंडी शुल्क को कम करने की मांग की। मोघे ने वित्तमंत्री को बताया कि वर्तमान में हमारे यहां 2% मंडी शुल्क लगता है जबकि अन्य प्रदेशों में यह शुल्क काफी कम है।इसी के साथ दाल मिलों द्वारा जो दलहन आयात की जाती है उससे मंडी शुल्क का कोई लेना देना नहीं होता है, बावजूद इसके उसपर भी मंडी शुल्क वसूला जा रहा है, जिससे दलहन की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। इसका असर मध्यप्रदेश में दलहन से जुड़े कारोबार पर हो रहा है।

दवाइयों पर टैक्स की दरें कम की जाएं।

वरिष्ठ नेता कृष्णामुरारी मोघे ने वित्तमंत्री देवड़ा का ध्यान दवाइयों पर लगने वाले टैक्स की दरों और उससे जुड़ी विसंगतियों की ओर दिलाया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में दवाइयों पर 12% टैक्स लगता है वहीं उसके रॉ मटेरियल पर टैक्स की दर 18% है। दवा उद्योग में लगने वाली अन्य सामग्रियों पर भी टैक्स की दर 18 % है। इन विसंगतियों को दूर कर दवाइयां और उससे जुड़ी तमाम सामग्रियों पर टैक्स की दर एक समान 12% करने की जरूरत है।

मप्र में सभी तरह की दवाइयां बनाने की मिले परमिशन।

श्री मोघे ने वित्त मंत्री से यह भी मांग की कि वर्तमान में दवा उद्योगों को सभी दवाई बनाने की परमिशन मध्यप्रदेश में नहीं है जिस कारण अन्य प्रदेशों से वह दवाइयां मध्यप्रदेश में आती हैं व बिकती हैं। इससे मध्यप्रदेश को राजस्व का नुकसान तो होता ही है, रोजगार पर भी विपरीत असर पड़ता है। अन्य प्रदेशों की भांति मध्यप्रदेश में भी सभी दवाइयां बनाने की परमिशन दवा उद्योगों को मिलनी चाहिए जिससे प्रदेश का राजस्व भी बढ़ेगा, दवाएं भी सस्ती दर पर,आसानी से उपलब्ध हो पाएगी और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने की दिशा में हम एक कदम और आगे बढ़ेंगे।

श्री मोघे ने वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा से इंदौर आने का भी आग्रह करते हुए कहा कि इंदौर प्रदेश की आर्थिक राजधानी है। व्यापारियों के सुझाव व समस्या से विभागीय मंत्री होने के नाते आप रूबरू होंगे तो उनकी समस्याओं का आसानी से निराकरण हो पाएगा। श्री मोघे के सभी सुझाव पर श्री देवड़ा ने समाधान करने का आश्वासन दिया एवं इंदौर आमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि वह जल्दी इंदौर आकर व्यापारियों से भेंट करेंगे उनके सुझाव व समस्या को सुनेंगे व उसका निराकरण भी करेंगे।

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