इंदौर : जब किसी हुनरमंद कलाकार की कल्पना धरातल पर उतरकर हकीकत का रूप लेती है, तो उसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। ऐसी ही एक कलाकार हैं वर्षा सिरसिया। वर्षा ने फाइन आर्ट की कोई डिग्री हासिल नहीं की है पर रंग और रंगोली का मेल जब उनके हाथों से होकर जमीन पर निखरता है तो देखने वालों के मुंह से बरबस ही ‘वाह’ निकल पड़ती है। विशालकाय रंगोलियां बनाने में माहिर वर्षा इतने सजीव पोर्ट्रेट बनाती हैं कि बस देखतें रह जाएं। अपने हुनर के जरिए वर्षा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की विरासत को सहेजने और उसे आगे बढाने में भी अहम योगदान दे रही है।
4500 फ़ीट की बनाई भव्य रंगोली।
आजादी के 75 वे अमृत महोत्सवी वर्ष के तहत वर्षा ने गांधी हॉल में 4500 फ़ीट की विशाल रंगोली को आकार दिया है। इस रंगोली में दस महापुरुषों के पोर्ट्रेट बनाए गए हैं, जिनमें सुभाषचंद्र बोस, वीर सावरकर, लोकमान्य तिलक, सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, मंगल पांडे, रामप्रसाद बिस्मिल, बिरसा मुंडा, महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल के पोर्ट्रेट शामिल हैं। रंगोली के केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य पोर्ट्रेट उकेरा गया है। रंगोली में ऊपर दायीं ओर 75 वर्ष आजादी महोत्सव के साथ तिरंगा नजर आता है। नीचे भगवा पताका के साथ जय श्रीराम भी अंकित है। वर्षा ने तमाम महापुरुषों के पोर्ट्रेट के साथ उनके नाम भी रंगोली से ही लिखे हैं, ताकि नई पीढ़ी उन्हें देखकर उनकी तस्वीर अपने दिलों में संजोकर रख सकें। सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी और विधायक आकाश विजयवर्गीय सहित कई विशिष्टजनों ने इस रंगोली का अवलोकन किया और वर्षा की हौसला अफजाई की।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल।
वर्षा सिरसिया की यह विशालकाय रंगोली वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल की गई है। उन्हें इस आशय का प्रमाण पत्र भी सम्बन्धित संस्था की ओर से प्रदान किया गया है।
तीन दिन में बनाई यह विशालकाय रंगोली।
वर्षा ने तीन दिन की अथक मेहनत के बाद 4500 स्क्वेयर फ़ीट की इस विशालकाय और नयनाभिराम रंगोली को अकेले आकार दिया है। इसमें 950 किलो रंगोली और विभिन्न रंगों का इस्तेमाल किया गया है।
पुलवामा के शहीदों पर बनाई थी रंगोली।
पुलवामा की घटना की बरसी पर भी शहीद हुए जवानों की याद में वर्षा ने क्रिश्चियन कॉलेज, इंदौर के हॉल में ऐसी ही बड़ी रंगोली बनाई थी। उसे भी लोगों का जबरदस्त प्रतिसाद मिला था। बीते दिनों सम्पन्न हुए साहित्यिक समागम लिट् चौक में भी वर्षा ने अपने हुनर की बानगी पेश की थी। इसके अलावा इंदौर के स्वच्छता अभियान में भी वर्षा ने अपनी रंगोली के जरिए बड़ा योगदान दिया था।
कई अवार्ड जीत चुकी है वर्षा।
इंदौर का गौरव वर्षा 3डी रंगोली बनाने में भी सिद्धहस्त है। बेस्ट रंगोली के लिए कई अवार्ड हासिल कर चुकी वर्षा को हायपर रियलिस्टिक रंगोली के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है।
4 फरवरी तक किया जा सकता है अवलोकन।
गांधी हॉल में इंदौर की बेटी वर्षा की रंगोली से निर्मित भव्य, नायाब कृति को 4 फरवरी तक दोपहर 1 बजे से शाम 7 बजे तक देखा जा सकता है।