सितंबर में दिया जाएगा मतदान प्रक्रिया का प्रशिक्षण।
मध्य प्रदेश में प्रत्येक मतदान केंद्र पर चार अधिकारी-कर्मचारी होंगे तैनात।
जिला प्रशासन को चुनाव ड्यूटी के लिए अमला चिन्हित करने के निर्देश।
भोपाल। नवंबर में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए ढाई लाख अधिकारी-कर्मचारी तैनात होंगे। इन्हें मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने जिला प्रशासन से कहा है कि वे अधिकारियों और कर्मचारियों को चिन्हित करें। इन्हें मतदान प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी देने के लिए सितंबर में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, जो राज्य और जिला स्तरीय होगा।
मतदान केंद्रों का होगा सत्यापन।
मध्य प्रदेश में अभी 64 हजार 100 मतदान केंद्र हैं। मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान में मतदान केंद्रों के सत्यापन की प्रक्रिया भी होगी, इसमें यह देखा जाएगा कि किसी मतदान केंद्र पर दो हजार से ज्यादा मतदाता तो नहीं हो रहे हैं या मतदाता को मतदान के लिए दो किलोमीटर से अधिक दूर तो नहीं जाना पड़ेगा। यदि कहीं ऐसी स्थिति पाई जाती है तो सहायक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इसके साथ ही जिला प्रशासन, मतदान दल के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को चिन्हित करेंगे।
प्रत्येक मतदान केंद्र पर रहेंगे चार अधिकारी – कर्मचारी।
मप्र विधानसभा चुनाव में मतदान प्रक्रिया के संचालन के लिए प्रत्येक केंद्र पर चार कर्मचारी रहेंगे।ये सभी पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्कूल शिक्षा, कृषि और राजस्व विभाग से लिए जाएंगे। किस कर्मचारी को किस मतदान केंद्र पर जाना है, यह उसे मतदान से दो दिन पूर्व ही पता चलेगा। प्रशिक्षण के लिए राज्य स्तर पर मास्टर ट्रेनर तैयार होंगे, जो जिलों में जाकर प्रशिक्षण देंगे। यह प्रक्रिया सितंबर से प्रारंभ हो जाएगी।