पूर्वजों ने बदल लिया था धर्म पर कुलदेवी चामुंडा ही थी।
नेमावर : नर्मदा के तट पर बसे नेमावर में सोमवार सुबह पास के एक गांव के 35 परिवारों के 190 लोगो ने पुन: सनातन धर्म में वापसी कर ली। ये लोग घुमंतु समाज से संबंधित हैं।
इन परिवारों के पूर्वजों ने किसी कारण से अपना धर्म बदल लिया था। बावजूद इसके, वे कुलदेवी चामुंडा का पूजन करतें थे, विवाह की पद्धति भी सनातनी परिवारों की ही तरह रहती थी।
अपनी घर वापसी के बारे में बताते हुए रामसिंह (नया नाम) ने कहा कि हमारे पूर्वज भले ही परिस्थितिवश अन्य धर्म में चले गए थे पर हमारे रक्त में सनातन के संस्कार ही प्रवाहित हो रहें हैं। आज अपने स्वधर्म में वापसी कर हमें बेहद खुशी है।
संतों के सान्निध्य में विधि विधान से हुई स्वधर्म में वापसी।
35 परिवारों के लगभग 190 लोगों की स्वधर्म में वापसी के समय नेमावर के संतश्री रामस्वरूप दास शास्त्री और रतलाम के संतश्री आनंद गिरि महाराज उपस्थित रहें। इस दौरान मुंडन, नर्मदा स्नान,यज्ञोपवीत और हवन जैसी विधियां संपन्न कराई गई। सभी लोग स्वधर्म में वापसी पर बेहद प्रसन्न दिखें, इनमें लगभग 55 पुरुष, 50 महिलाएं और शेष बच्चे शामिल हैं।