इंदौर : वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस हमास जैसे बर्बर आतंकी संगठन का समर्थन कर रही है। प्रलोभन की जो राजनीति हो रही है, वह शॉर्टकट पॉलिटिक्स है और यह देश के लिए बेहद घातक है। यह बात विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक के भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने प्रबुद्ध जन सम्मेलन के दौरान कही। नरसिंह वाटिका में प्रबुद्धजनों को संबोधित करने पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अभी विश्व में जो चल रहा है, उसे देखते हुए हमें बहुत गर्व है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर भारत की आन, बान और शान बढ़ रही है। देश के वैज्ञानिकों की पीठ पर हाथ रखते ही हमारा चंद्रयान चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंच जाता है। ऐसा नहीं है कि पहले वैज्ञानिक नहीं थे, या पहले सुविधाएं नहीं थीं, वैज्ञानिक पहले भी थे और सुविधाएं भी थी, वही सब कुछ आज भी है, लेकिन सवाल यह है कि उन पर भरोसे का हाथ कौन रखता है। पिछले चंद्रयान में हमें असफलता मिली तो प्रधानमंत्री ने कहा कि असफलता ही सफलता की गारंटी है। कोरोना जैसी बीमारी आई और उससे लड़ने के लिए हमने विदेशों का मुंह नहीं ताका, किसी के आगे झोली नहीं फैलाई, बल्कि हमने खुद वैक्सीन बनाई। आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि बीमारी आई हो और तुरंत उसका निदान देश में ही खोज लिया गया हो।
2014 के पहले मांगने वाला देश था भारत।
2014 के पहले का भारत देख लीजिए, विश्व में हमारी पहचान यह थी कि प्रधानमंत्री किसी भी बड़े देश जाते तो लोग कहते कि इंडिया कुछ मांगने आ गया। लेकिन अब हमारे प्रधानमंत्री कहीं जाते हैं तो लोग कहते हैं कि भारत कुछ देने आया है। कुछ देर पहले ही मैं बुद्धिजीवियों के बीच बैठा था, वो कह रहे थे कि हमारे टैक्स का पैसा लाडली बहन योजना में कैसे दिया जा रहा है। मैंने कहा प्रजातंत्र तलवार की धार है। एक होता है लोकप्रिय निर्णय और एक होता है लोकहित निर्णय। विकास के लिए हमें जनता के बीच जाना होता है तो हमें लोकहित और लोकप्रिय के बीच बैलेंस करना होता है। बिजली का बिल माफ करना बड़ा लोकप्रिय निर्णय है, लेकिन यह लोकहित का निर्णय नहीं है। लोकहित और लोकप्रियता के बीच हमें तलवार की धार पर चलना होता है, तब जाकर कोई निर्णय निकलता है।
विजयवर्गीय ने कहा कि विश्व में युद्ध चल रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बाद अब इजराइल और हमास के बीच भी युद्ध शुरू हो गया। हमास एक आतंकवादी संगठन है। जी-20 में जो एजेंडा बना है, उसमें आतंकवाद के खिलाफ सभी सदस्य देशों ने एक साथ मिलाकर हस्ताक्षर किए हैं। आतंकवाद के खिलाफ़ पूरी दुनिया में सबसे मुखर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं। इजरायल में आतंकवादी हमला हुआ तो वो इजरायल के समर्थन में खड़े रहे। लेकिन आप देखेंगे तो पाएंगे कि देश में ओवैसी जैसे लोग हमास का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी उनका समर्थन किया है। दो देशों के बीच में लड़ाई होती है, कोई भी कारण हो सकता है। लेकिन हर बात के सिर्फ राजनीतिक ही नहीं बल्कि नैतिक और मानवीय पहलू भी होते हैं। आज सम्पूर्ण विश्व ने देखा है कि हमास के आतंकी, इजराइल के लोगों को उठाकर ले गए, बच्चों के गले काट दिए, महिलाओं का रेप किया, प्रेग्नेंट महिला का पेट चीरकर बच्चा निकल उसकी भी हत्या कर दी गई, यह सब अमानवीय और राक्षसी कृत्य है। तो कांग्रेस किसके लिए उनका समर्थन कर रही है। इस मुद्दे पर हमें समाज के बीच चर्चा करना चाहिए।
वोट बैंक के लिए कांग्रेस कर रही आतंकियों का समर्थन।
विजयवर्गीय ने प्रबुद्धजनों से कहा कि आप बुद्धिजीवी हैं, आप समाज के बीच में चर्चा कीजिए कि देश हित में कौन है। यह जो प्रलोभन की राजनीति हो रही है, यह शॉर्टकट पॉलिटिक्स देश के लिए नुकसानदायक है। यह बात मैं आप डेढ़ सौ लोगों के बीच नहीं डेढ़ लाख लोगों के बीच में बोल रहा हूं। आपको समाज के बीच अपनी भूमिका तय करना चाहिए। आप प्रोफेसर है, डॉक्टर है, व्यापारी है, लेकिन आप देश के जिम्मेदार नागरिक भी हैं। इन मुद्दों से आंखें ना मूंदे, एक राष्ट्रभक्त नागरिक की तरह जरूर सोचे। पढ़े लिखे वर्ग की चुप्पी देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है। मैं आपसे यह आग्रह नहीं करूंगा कि आप भाजपा का झंडा उठा लें। लेकिन देश हित में क्या अच्छा है, क्या बुरा है, इसकी चर्चा जरूर करें। खाली तुष्टिकरण की राजनीति के लिए हम आतंकवादियों का समर्थन करें, क्या यह ठीक है? कांग्रेस ने आतंकवादियों का समर्थन क्यों किया, कोई कारण तो होना चाहिए। एक वोट बैंक कांग्रेस के पास सुरक्षित रहे, इसलिए वो आतंकवादियों के साथ खड़े हो रहे हैं, यह बहुत बड़ा प्रश्न है। इसके बारे में हमें चिंतन और मनन करना चाहिए। वरना आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी।