इंदौर: इंदौर जिले में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। मतदाता सूची को अपडेट करने के साथ ईवीएम और वीवीपीएटी मशीनों की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। मतदान का प्रतिशत पिछली बार के मुकाबले बढ़ाने के लिए मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। इसके तहत जिले में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा, जिसमें 10 लाख लोगों के हस्ताक्षर करवाए जाएंगे। ये बात कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत वरवड़े ने कही। वे इंदौर प्रेस क्लब के ‘ अपनी बात’ कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि चुनाव सुचारू रूप से सम्पन्न करवाने के लिए अधिकारी- कर्मचारियों को ट्रेनिंग दिलवाई गई है। तमाम मतदान केंद्रों में बिजली, पानी सहित सभी जरूरी सुविधाएं जुटाई जा रही हैं।मतदान दलों को मतदान सामग्री का वितरण नेहरू स्टेडियम से किया जाएगा।
कलेक्टर वरवड़े के मुताबिक प्रत्याशियों के चुनाव खर्च पर नज़र रखने के लिए निगरानी तंत्र बनाया गया है। टीवी और प्रिंट मीडिया के साथ सोशल मीडिया को भी इसके दायरे में लाया गया है ताकि पेड़ न्यूज़ का पता लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों को तीन बार अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी अखबारों में छपवानी होगी।
कलेक्टर के अनुसार 22 नवंबर को मतदाता जागरूकता अभियान के तहत बड़ा कार्यक्रम भी किया जाएगा।
562 मतदान केंद्र संवेदनशील
डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि चुनाव निर्विघ्न करवाने के लिए पुलिस महकमा भी पूरी तरह तैयार है। इंदौर जिले में कुल 3116 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें से 562 संवेदनशील हैं । अति संवेदनशील केंद्रों की सूची में 143 मतदान केंद्रों को रखा गया है। 7 जून से लेकर अभी तक 15 हज़ार से अधिक प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है जबकि 154 बदमाशों को जिलाबदर किया गया है। 9 हज़ार शस्त्र जमा करवाए गए हैं और 200 शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
डीआईजी मिश्रा ने बताया कि जिला पुलिस के अलावा सशस्त्र और अर्द्ध सैनिक बलों की 20 कम्पनिवां चुनाव सम्पन्न कराने के लिए तैनात की जा रही हैं।
डीआइजी के अनुसार अभी तक 1 करोड़ 90 लाख रुपये की धनराशि जब्त की जा चुकी है वहीं 16 हज़ार लीटर शराब भी बरामद की गई है। हर बूथ पर सुचारू मतदान करने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।