इंदौर : अमर शहीद हेमू कालानी के जन्मदिन पर देशभर के गणमान्य नागरिकों ने संसद भवन स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। सांसद शंकर लालवानी के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं शहीद हेमू कालानी का ये जन्मशताब्दी वर्ष भी है। उनकी जयंती पर संसद भवन में माल्यार्पण किया गया है और अब वर्ष भर देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
19 साल की उम्र में शहीद हो गए थे हेमू कालानी।
अंग्रेज सरकार की नींव हिला देने वाले शहीद हेमू कालानी ने अपने दो अन्य साथियों के साथ अखण्ड भारत के सक्खर शहर के स्टेशन से कुछ दूर रेल की पटरियों को उखाडऩे की योजना बनाते समय गिरफ्तारी के बावजूद अपने साथियों का नाम उजागर नहीं होने दिया था।
वीर हेमू कालानी हिमालय की भांति अडिग खड़े रहे। जेल की कठोर यातनाओं के बावजूद अंग्रेज सरकार शहीद हेमू कालानी के मनोबल को नहीं तोड़ पाई। 19 साल की उम्र में ही अंग्रेज सरकार ने उन्हें फांसी दे दी थी।