लागत भी हो गई दो गुनी।
कांग्रेस नेताओं ने लगाया आरोप।
इंदौर : चुनावी समर को देखते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्ताधारी दल बीजेपी पर हमले तेज कर दिए हैं। शुक्रवार को प्रेस वार्ता के जरिए कांग्रेस नेताओं ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए उन्हें इंदौर के मेट्रो प्रोजेक्ट में देरी का जिम्मेदार ठहराया।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमीनुल खान सूरी, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव और संभागीय प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार के पास विजन नहीं है। उनकी अदूरदर्शिता की वजह से मेट्रो ट्रेन के प्रोजेक्ट में देरी होने के साथ उसकी लागत भी बढ़कर दो गुनी हो गई है। शिवराज सरकार केवल श्रेय लेने के लिए बहुत छोटे हिस्से में ट्रायल रन करने जा रही है, जबकि तय समय सीमा के अनुसार रेडिसन तक मेट्रो का आवागमन यात्रियों के लिए शुरू हो जाना था।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते किया था शिलान्यास।
कांग्रेस नेताओं का कहना था कि इंदौर में मेट्रो रेल परियोजना लाने का श्रेय कमलनाथ को है। मुख्यमंत्री रहते कमलनाथ ने 14 सितंबर 2019 को 7500 करोड़ की मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया था।कुल 31.55 किमी के मेट्रो कॉरिडोर का पहला चरण अगस्त 2023 तक पूरा करने का भी लक्ष्य रखा गया था। अगर कमलनाथ सरकार को गिराया नहीं जाता तो अभी तक मेट्रो कॉरिडोर आकार ले चुका होता।
मेट्रो को लेकर ये घोषणाएं भी पूरी नहीं हुई।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि घोषणावीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की इंदौर मेट्रो के विस्तार को लेकर की गई घोषणाएं भी महज घोषणाएं ही बनकर रह गई हैं। इनमें
लव कुश चौराहे पर डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण,
इंदौर से सांवेर होते हुए उज्जैन तक मेट्रो का विस्तार।
खंडवा रोड पर मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए सर्वे करवाना।
इंदौर – पीथमपुर के बीच मेट्रो का सर्वे करवाना।
इंदौर – उज्जैन के बीच मेट्रो, लाइट मेट्रो के लिए सर्वे करवाना।
जैसी घोषणाएं शामिल हैं, जिनपर आज दिनांक तक अमल प्रारंभ नहीं हुआ है।