इंदौर : प्रत्येक मनुष्य में पुरुषार्थ करने की शक्ति होती है लेकिन ना तो वह अपने पुरुषार्थ को पहचान पाता है ना ही उसका सदुपयोग कर पाता है । जो शिष्य अपने आपको पूर्णतः गुरु को समर्पित कर देते हैं, गुरु उसके अंदर का पुरुषार्थ जागृत कर उसे कार्य करने की प्रेरणा और शक्ति प्रदान करते हैं । शिष्य के ओज और तेज को सकारात्मक दिशा में कार्य करने हेतु प्रेरित करते हैं । सदगुरु अपने शिष्य के साथ सदैव रहते हैं। गुरु के माध्यम से साक्षात परमात्मा का साथ मिलता है जो शिष्य को निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर करते हैं।
ये विचार सदगुरु अण्णा महाराज ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर व्यक्त किए। वे पलसीकर कॉलोनी स्थित श्री दत्त माउली सदगुरु अण्णा महाराज संस्थान में आयोजित गुरु पूर्णिमा उत्सव में श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए बोल रहे थे। यहां गुरु पूर्णिमा उत्सव पूर्ण श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया । सैंकड़ों भक्तों ने गुरु दर्शन किए और गुरु दीक्षा प्राप्त की । दोपहर आरती के बाद संस्थान परिसर में गुरु पादुकाओं की भव्य पालकी यात्रा निकाली गई । इसके बाद दर्शनों का सिलसिला प्रारंभ हुआ जो देर रात तक जारी रहा। देश भर से आए शिष्यों ने अपने गुरु के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया । शहर के अनेक विशिष्टजन भी दर्शन- पूजन हेतु पधारे। मंत्री तुलसी सिलावट तो बकायदा पारंपरिक वेशभूषा पहनकर सपत्नीक पूजन,पालकी यात्रा व आरती में शामिल हुए। सदगुरु अण्णा महाराज की 1008 दीपकों से आरती की गई। गुरु पूर्णिमा उत्सव में पधारे सभी श्रद्धालुओं को संस्थान की ओर से प्रसाद वितरण भी किया गया।
शिष्य के ओज व तेज को सकारात्मक दिशा देने का काम गुरु ही करते हैं – अण्णा महाराज
Last Updated: July 13, 2022 " 06:56 pm"
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