शोभा चौधरी के गायन और बांसुरी व मेंडोलिन की जुगलबन्दी से सजा ‘राग अमीर’ का पहला दिन

  
Last Updated:  January 22, 2022 " 06:27 pm"

इंदौर : उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन तीन दिवसीय ‘राग अमीर’ का आगाज शुक्रवार शाम रवींद्र नाट्य गृह में गरिमामय समारोह में हुआ। उस्ताद अमीर खां के होर्डिंग्स से सजा परिसर और मंच की खूबसूरत पार्श्व सज्जा के बीच प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक जयंत भिसे, उस्ताद अमीर खां के पुत्र अभिनेता शाहबाज़ खान भी इस दौरान मौजूद रहे।

शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति विभाग सक्रिय।

इस मौके पर संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि संस्कृति विभाग भारतीय शास्त्रीय संगीत को प्रोत्साहन देने के लिए कार्यरत है। उन्होंने इंदौर में ख्याल गायन का केंद्र स्थापित करने में पूरे सहयोग का आश्वासन दिया।

शोभा चौधरी ने दी गायन प्रस्तुति।

समारोह के औपचारिक शुभारंभ के बाद इंदौर की ख्यात गायिका शोभा चौधरी ने गायन पेश किया।रागश्री से गायन की शुरुआत कर शोभा चौधरी ने इस राग में तीन बंदिशें पेश की। तानों की अदायगी से गायन को आगे बढाते हुए उन्होंने त्रिताल में रागमाला पेश कर गायन का समापन किया। उनके साथ तबले पर संगीता अग्निहोत्री और हारमोनियम पर रवि किल्लेदार ने संगत की। वैभवी कुलकर्णी, पूनम ठाकुर व स्मिता विरारी ने गायन और तानपुरे में उनका साथ निभाया।

बांसुरी और मेंडोलिन की जुगलबंदी।

शोभा चौधरी के गायन के बाद प्रसिद्ध बांसुरी वादक राकेश चौरसिया और मेंडोलिन वादक यू राजेश ने जुगलबन्दी पेश की। दो अलग- अलग तरह वाद्यों की ये जुगलबन्दी रसिक श्रोताओं को मुग्ध कर गई। इस सुरीली जुगलबन्दी को सतीश कुमार के मृदंग और आदित्य कल्याणपुर के तबले का भरपूर साथ मिला।

शनिवार को ‘राग अमीर’ में शाम 7 बजे सावनी शेंडे पुणे और हरीश तिवारी दिल्ली का गायन होगा। कार्यक्रम सभी सुधि श्रोताओं के लिए निःशुल्क है।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *