आईडीए ने रखा 10 हजार संपत्तियों को फ्री होल्ड करने का लक्ष्य।
इन्दौर : आईडीए में सम्पत्तियों को फ्री-होल्ड करने हेतु प्रकरणों के निराकरण के लिए आवेदन जमा कराने का कार्य प्रगति पर है। अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा ने बताया कि 1अप्रैल से 30 अप्रैल तक फ्री-होल्ड प्रकरणों का निराकरण एक अभियान के रूप में किया जा रहा है।इसके आवेदन प्राधिकरण में एकल खिड़की पर प्राप्त किए जा रहे हैं। इन प्रकरणों का निराकरण मई माह में किए जाने का लक्ष्य है। इस अभियान में लगभग 10,000 सम्पत्तियों को फ्री-होल्ड किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
संपत्ति फ्री होल्ड होने से लीज नवीनीकरण से मिलेगी मुक्ति।
चावड़ा ने बताया की प्राधिकरण की सम्पत्तियों से शहर के 2 लाख व्यक्तियों का सीधा संबंध है। प्राधिकरण की संपत्तियां लीज पर आवंटित होकर प्रत्येक 30 वर्ष में लीज का नवीनीकरण किया जाना होता है। साथ ही विभिन्न प्रकार की अनापत्ति भी लीजधारकों को आवश्यक होती है। प्राधिकरण द्वारा दी रही फ्री-होल्ड की सुविधा से सम्पत्ति फ्री-होल्ड होने के पश्चात् लीजधारी सम्पत्ति का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र होंगे। उन्हें प्राधिकरण में अनावश्यक दस्तावेजी कार्यो हेतु आने में जो असुविधा होती है, उससे मुक्ति मिलेगी।
आईडीए अध्यक्ष ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा सम्पदा शाखा से जुडे कार्य के शीघ्र निराकरण हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया गया है, ताकि इन प्रकरणों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित हो सके।
मार्च में 169 फ्री होल्ड प्रकरणों का किया गया निराकरण।
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालिक अधिकारी आर.पी. अहिरवार ने बताया कि प्राधिकरण की सम्पत्तियों के फ्री-होल्ड से संबंधित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के लिए 20 मार्च से 24 मार्च तक शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें 169 फ्री-होल्ड के प्रकरणों का निराकरण किया गया। इससे प्राधिकरण को 3 करोड़ 68 लाख 30 हजार रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई।