संसद में जो कहा, चुनाव आते ही पलट गए..!

  
Last Updated:  March 22, 2024 " 12:02 am"

अब ग्रेटर इंदौर के सांसद वाली राह पर बढ़ चले हैं शंकर लालवानी ।

🔹कीर्ति राणा🔹

सर्वाधिक मतों से पिछले चुनाव में जीतने वाले सांसद शंकर लालवानी को फिर से प्रत्याशी बनाने का निर्णय लेकर भाजपा नेतृत्व ने देश के एक करोड़ से अधिक सिंधी समाज का तो मान बढ़ा दिया लेकिन इस समाज के लिए देश में पृथक सिंधी प्रांत की मांग करने वाले शंकर लालवानी अब इस मांग को याद करना नहीं चाहते।

गौरतलब है कि चार साल पहले लोकसभा में जब स्पीकर ओम बिड़ला ने सांसद लालवानी का चर्चा के लिए नाम पुकारा था तब लालवानी ने उनसे सिंधी भाषा में अपनी बात कहने की अनुमति लेकर सिंधी भाषा में अपनी बात रखने का इतिहास रचा था।
इंदौर से इस बार कांग्रेस का प्रत्याशी कौन होगा यह तय होना है उससे पहले इंदौर प्रेस क्लब में लालवानी ने दावा किया कि विरोधी प्रत्याशी कोई भी हो लेकिन इस बार भाजपा पिछली बार के जीत के रिकार्ड को तोड़ेगी और उनकी ऐतिहासिक जीत होगी।

मैंने जब उन्हें याद दिलाया कि इस बार प्रधानमंत्री मोदी दावा कर रहे हैं कि चार सौ से अधिक सीटें जीतेंगे तो क्या वे अपनी पुरानी मांग को इस बार फिर दोहरा कर सिंधी समाज का सपना पूरा करेंगे।लालवानी ने झट से कहा मैंने तो कभी भारत में अलग से सिंधी प्रांत की मांग की ही नहीं।मैंने तो तब लोकसभा में यह मांग की थी कि राष्ट्रगान में सिंध का उल्लेख आता है तो 26 जनवरी को दिल्ली परेड में निकलने वाली झांकियों में सिंधी समाज की झांकी भी शामिल की जानी चाहिए।उन्हें जब याद दिलाया कि संसद में दिए वक्तव्य वाले लोकसभा टीवी के वीडियो में सिंधी प्रांत की मांग का जिक्र भी है तो वह मुकर गए।

यह वीडियो है 20 जनवरी 2020 का जब उन्होंने स्पीकर से सिंधी भाषा में अपनी बात रखने का अनुरोध करते हुए सिंधी भाषा में दिए वक्तव्य में जो मांग रखी थी उसमें जो 8 मांग की थी उसमें पहली मांग सिंधी कल्याण बोर्ड के गठन, राष्ट्रीय सिंधी अकादमी, सिंधी भाषा में टीवी चैनल, गणतंत्र दिवस परेड में सिंधी समाज की झांकी, के साथ ही इस बात पर भी जोर दिया था कि सिंध प्रांत तो पाकिस्तान में रह गया लेकिन वे जहां भी जाते हैं देश के एक करोड़ से अधिक सिंधी उनसे देश में एक सिंधी प्रदेश की मांग भी करते हैं तो इस मांग पर गौर करें।साथ ही झूलेलाल जयंती-चेटीचंड पर अवकाश की मंजूरी भी दी जाए।
अब जब वे फिर से इंदौर से सांसद का चुनाव लड़ने के लिए मैदान में हैं तो अलग से सिंध प्रांत की मांग याद नहीं रखना चाहते।उनका कहना है मैंने तो पहले भी स्पष्टीकरण दिया और आज फिर दोहरा रहा हूं कि कभी ऐसा कहा ही नहीं, हां झांकी शामिल करने की मांग जरूर की थी।

सांसद लालवानी ने कहा भाजपा इस बार फिर जीत का रिकार्ड बनाएगी।इंदौर के विकास की योजनाओं के लिए किए गए अपने प्रयासों का तफसील से जिक्र करते हुए यह कहना भी नहीं भूले कि अगले कुछ समय में जब इंदौर सड़क, रेल, हवाई सेवाओं में अन्य महानगरों की बराबरी कर लेगा तब इंदौर से बढ़ कर ग्रेटर इंदौर हो जाएगा। अगले पचास साल में इंदौर कहां होगा इस संबंध में उनका कहना था।सड़क मार्ग से इंदौर को चारों दिशाओं में नेशनल हाइवे और एक्सप्रेस वे से जोड़ने का काम अधिकतम दो साल में पूरा हो जाने के बाद हैदराबाद, अहमदाबाद, गरोठ, राजस्थान, दिल्ली से सड़क मार्ग को जोड़े जाने के बाद हर तरफ सौ से डेढ़ सौ किमी की दूरी कम हो होने के साथ ही सड़क मार्ग का सफर 5 से 7 घंटे की कमी हो जाएगी। इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन की मंजूरी हो चुकी है सिंहस्थ के पहले यह मार्ग भी पूर्ण हो जाएगा।उज्जैन-बेटमा-पीथमपुर नया रोड भी बनने वाला है।शहर की जरूरतों के मुताबिक विभिन्न क्षेत्रों में फ्लायओवर निर्माण की मंजूरी हो चुकी है।

ट्रेन रूट ग्रेटर इंदौर के लिहाज से इंदौर शहर में अब सारे रेल्वे क्रॉसिंग पर ब्रिज हो गए हैं।डेढ़ वर्ष में इंदौर-खंडवा काम पूरा होने पर साउथ की दूरी करीब डेढ़ सौ किमी कम हो जाएगी।इंदौर-दाहोद का काम भी डेढ़ वर्ष में पूरा हो जाएगा तब गुजरात, मुंबई की दूरी भी कम हो जाएगी।इंदौर-बुधनी-रायपुर का काम पूरा होने पर इंदौर मेन ट्रेक पर आ जाएगा तो सौ ट्रेने इंदौर से होते हुए गुजरने लगेंगी।इंदौर-उज्जैन के बीच नई वंदे भारत मेट्रो शटल ट्रेन की मंजूरी भी हो गई है।
इंदौर के स्टेशन का नवीनीकरण का कार्य दो हिस्सों में पूरा होना है। इंदौर के मेन स्टेशन-एक सेक्शन- का काम पांच सौ करोड़ में होगा और पार्क रोड रेलवे स्टेशन के रूप में नया स्टेशन पांच सौ करोड़ में पूरा किया जाएगा।इसके साथ ही लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के विकास का भी काम शुरु होगा।

एयर कनेक्टिविटी का जहां तक सवाल है बड़ी कंपनियां इंटरनेशनल फ्लाइट की सुविधा चाहती हैं, अभी ऐसी तीन फ्लाइट चल रही हैं।इसे बढ़ाया जाएगा, उसके इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम चल रहा है। इंदौर एयरपोर्ट पर पेरेलल एयर स्ट्रीप बढ़ाई जा रही हैं।कारण यह कि देश के अन्य जो बड़े एयरपोर्ट है वहां नाइट पार्किंग की जगह नहीं है।हमने 15 नाइट पार्किंग बनाई है 15 और बनाने का काम चल रहा है।छोटे एयरपोर्ट का उपयोग बढ़ाएंगे वहां एटीआर और इंटरनेशनल फ्लाइट शिफ्ट करने के साथ ही नया टर्मिनल आठ महीनों में बन जाएगा। आने वाले 25 साल में एयरपोर्ट पर कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
तेजी से विकसित हो रहे इंदौर के लिए आउटर रिंग रोड की चार हजार करोड़ से बनाए जाने की स्वीकृति हो गई है।

दो और नए आईटी पार्क के लिए सौ करोड़ स्वीकृत किए हैं केंद्र ने।देश के लिए स्वीकृत पांच में से एक टेक्सटाइल पार्क बन रहा है।जिससे हजारों लोगों को रोजगार उपलब्ध होने लगेगा।मप्र में सर्वाधिक स्टार्टअप इंदौर में हैं यह रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं।

अगले पचास साल वाले इंदौर के लिए केंद्र ने यूरोपियन कंपनी के मास्टर प्लानर मिस्टर पेट्रो को आमंत्रित किया था। वे पांच दिन रुके थे, सभी विभागों, संगठनों के प्रमुखों से चर्चा कर आने वाले भविष्य के इंदौर का मास्टर प्लान तैयार करवा रहे हैं।

ट्रैफिक और जलसंकट जैसे मुद्दे पर लालवानी का कहना था प्राधिकरण, नगर निगम, पीड्ब्ल्यूडी सहित अन्य एजेंसियों की संयुक्त पहल वाले काम से ट्रैफिक की समस्या हल हो जाएगी।इसके साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ावा देना होगा। मेट्रो का काम चल रहा है इसके साथ ही यातायात के दबाव से सड़कों को मुक्त करने के लिए केबल कार भी चलाएंगे।
जल संकट की समस्या के हल की दिशा में नर्मदा के चौथे चरण की बात चल रही है।केंद्र सरकार ने इंदौर के लिए 75 अमृत सरोवर का लक्ष्य निर्धारित किया था इसके मुकाबले 101 अमृत सरोवर बने हैं।ये अमृत सरोवर भी जलसंकट को दूर करने में सहायक हो सकते हैं।

मेडिकल फेसेलिटी का जहां तक सवाल है तो हमने युवाओं की असमय मौत, कोरोना के प्रभाव को लेकर जो हेल्थ ऑफ सर्वे कराया था उसे केंद्र सरकार ने भी सराहा है । इंदौर के बाद प्रदेश और देश में भी ऐसा सर्वे हो रहा है। हेल्थ ऑफ सर्वे को मॉडल मानते हुए केंद्र पूरे देश में इसे लागू करने जा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को इंदौर लाए थे, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल केंद्र की देन है।मेडिकल सुविधाओं में वृद्धि हुई है पर मैं संतुष्ट नहीं हूं।

किसानों की नाराजी पर उनका कहना था जिन क्षेत्रों में रोड व अन्य कार्यों के लिए जमीन अधिग्रहण कर मुआवजा गाइड लाइन के मुताबिक तय किया था। गाइड लाइन से असंतुष्ट किसानों ने प्रशासन को प्रपोजल नहीं दिया।रेलवे, सड़क मंत्रालय का कहना है गाइड लाइन संबंधी प्रपोजल आता है तो विचार करेंगे? जिला प्रशासन गाइड लाइन बढ़ाने पर विचार कर रहा है।यह सही है कि आज बाजार मूल्य ज्यादा है जबकि गाइड लाइन कम है।शहर के बीच से मेट्रो निकालने का सर्वे हो चुका है, अब बदलाव संभव नहीं लेकिन मैं मानता हूं शहर के बीच में न होकर बाहरी क्षेत्र में मेट्रो की रिंग बनना चाहिए।

जिस पंकज संघवी को तब हराया अब वो शंकर को भारी मतों से जिताने में मदद करेंगे।

पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में लालवानी के सामने कांग्रेस से पंकज संघवी ने चुनाव लड़ा था। तब लालवानी ने 5.47 लाख मतों से जीत दर्ज करा के देश में अपनी जीत का रिकार्ड बनाया था।तब से अब जो बदलाव हुआ है वह यह कि अब कैलाश विजयवर्गीय ने संघवी परिवार से अपनी मित्रता निभाते हुए पंकज संघवी को भी भाजपा प्रवेश दिला दिया है। संघवी के साथ ही(कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे) संजय शुक्ला और विशाल पटेल भी शंकर लालवानी को पिछली जीत से अधिक मतों से जिताने के लिए सक्रिय रहेंगे।

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